CHHAPRA DESK – आयुष मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (अमसा) एवं असब ने राज्य कार्यकारिणी के निर्देशानुसार पूर्व से घोषित तिथि 26 सितंबर को कलम बंद हड़ताल सफलता पूर्वक किया. अमसा के पूर्व महासचिव डॉ रणधीर कुमार सिंह ने बताया कि सारण जिला सहित पूरे बिहार में कलम बंद आंदोलन सफलतापूर्वक हुआ. जिसमें सदर हॉस्पिटल, अर्बन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, (यूपीएचसी) सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, (सीएचसी) प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, (पीएचसी) अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, (एपीएचसी) में सभी आयुष चिकित्सक उपस्थित थे, परंतु चिकित्सकगण कोई भी चिकित्सीय कार्य नहीं किया.
उन्होंने बताया कि कार्य बहिष्कार करने का मुख्य कारण यह है कि 3270 आयुष चिकित्सकों की दो वर्षों से बहाली लंबित है. काउंसलिंग कराए हुए भी 6 माह बीत जाने के बाद अभी तक तकनीकी सेवा आयोग से परीक्षाफल प्रकाशित नहीं किया गया है. जिसके कारण राज्य के सभी 12500 आयुष चिकित्सकों में काफी आक्रोश व्याप्त है, जो कि सरकार की अकर्मण्यता निष्क्रियता एवं उदासीनता को दर्शाता है.
एक तरफ सरकार कहती है कि हमको स्वास्थ्य विभाग में 60 हजार बहाली करना है. परंतु 3270 आयुष चिकित्सक का बिहार तकनीकी सेवा आयोग के द्वारा सब कुछ तैयार है. अगर सरकार की इच्छा शक्ति हो तो 15 दिनों में बहाली प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. जिससे मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री का भी नाम रोशन होगा. इस मौके पर संगठन के प्रदेश महासचिव विनोद कुमार सिंह सहित क्षेत्रीय आयुष चिकित्सक मौजूद थे.