Chhapra Desk – सारण जिला भाजपा कार्यालय पर भाजपा के पुरोधा पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि समर्पण दिवस के रूप में मनाई गई.इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष रामदयाल शर्मा ने कहा कि स्वतंत्रता तभी सार्थक होती है जब वह हमारी संस्कृति की अभिव्यक्ति का साधन बन जाए. यह विचार पंडित दीनदयाल उपाध्याय के हैं. वह महान चिन्तक, संगठनकर्ता एवं भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष रहते हुए भारत की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करने वाले थे.
जब आजाद भारत के नवनिर्माण के लिए विदेशी मॉडल को अपनाने पर जोर दिया जा रहा था तब वही थे, जिन्होंने भारत की राष्ट्रनीति, अर्थनीति व समाजनीति भारत की जड़ों से जुड़ी हो ये मंत्र देकर एकात्म मानववाद व अंत्योदय के सिद्धांत के जरिए भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने की नींव रखी थी.समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को मुख्यधारा में लाने के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित करने वाले हमारे प्रेरणास्रोत पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के बलिदान दिवस पर उन्हें कोटि-कोटि नमन.
पंडित जी के सिद्धांत, दर्शन व विचार हर देशवासी को प्रतिपल राष्ट्रसेवा के लिए प्रेरित कर नई ऊर्जा देते रहेंगे.
महान चिन्तक, संगठनकर्ता एवं अंत्योदय के सिद्धांत पर अपना संपूर्ण जीवन, गांव, गरीब, किसान, दलित, पीड़ित, शोषित और वंचित के उत्थान के लिए न्योछावर कर देने वाले हमारे प्रेरणास्रोत पंडित दीनदयाल उपाध्याय से आज की पीढ़ी को सीख लेने की जरूरत है. भाजपा युवा नेता श्याम बिहारी अग्रवाल ने कहा पण्डित दीनदयाल उपाध्याय की एकात्म मानववाद की प्रगतिशील विचारधारा देश के विकास में बहुत सहायक रही. दीनदयाल जी नितान्त सरल और सौम्य स्वभाव के व्यक्ति थे. राजनीति के अतिरिक्त साहित्य में भी आपकी गहरी अभिरुचि थी. इसीलिए आपके हिंदी और अंग्रेजी के लेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते थे. केवल एक बैठक में ही आपने चन्द्रगुप्त नाटक लिख डाला था.
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष रामदयाल शर्मा, उपाध्यक्ष जय शंकर बैठा, महामंत्री अनिल कुमार सिंह, भाजपा युवा नेता श्याम बिहारी अग्रवाल, विवेक कुमार सिंह, जिला मंत्री सत्यानंद सिंह, सुपन राय, विरेन्द्र पाण्डेय, महिला मोर्चा अध्यक्ष अनु सिंह, बलवंत सिंह, अल्पसंख्यक मोर्चा संयोजक सरदार राजु सिंह, क्रीड़ा प्रकोष्ठ संयोजक सुरेश प्रसाद सिंह, नगर अध्यक्ष सुशील कुमार सिंह, नेहा यादव आदि उपस्थित हुए.