CHHAPRA DESK – एक तरफ स्वास्थ्य विभाग सुरक्षित प्रसव के दावे कर रहा है, तो छपरा सदर अस्पताल में इस दावे की सरेआम धज्जियां उड़ रही है. छपरा सदर अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग के दावों की कलई एक बार फिर खुल गई. अस्पताल में प्रसव के लिए आए एक मरीज को बिना इलाज रेफर कर दिया गया.
जांच के नाम पर मरीज से लगभग ₹6000 का खर्च कराया गया और बाद में खून की कमी का हवाला देकर डॉक्टर ने मरीज को निजी अस्पताल रेफर कर दिया. प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला को एंबुलेंस तक उपलब्ध नहीं कराया गया और महिला ई रिक्शा से इलाज के लिए किसी निजी अस्पताल में चली गई.
यह हालत तब है जब सदर अस्पताल में महिलाओं के सुरक्षित प्रसव के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं. वीडियो में आप साफ़ तौर पर देख सकते हैं कि किस तरह यह महिला ई रिक्शा में बैठकर तड़प रही है. मरीज का नाम सीमा देवी है जो मुफ्फसिल थाना के मगाईडीह की रहने वाली है. हालांकि इस मामले में सदर अस्पताल प्रशासन कुछ भी कहने से बच रहा है.