100 में से 90% लोग वीडियो कॉल का करते हैं स्क्रीनशॉट ; महिला थानाध्यक्ष ने साइबर जागरुकता अभियान के दौरान कही

100 में से 90% लोग वीडियो कॉल का करते हैं स्क्रीनशॉट ; महिला थानाध्यक्ष ने साइबर जागरुकता अभियान के दौरान कही

GAYA DESK – गया जिले के महिला थाना अध्यक्ष रवि रंजना कुमारी के द्वारा पुलिस लाइन के समीप साइबर जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया. इस अवसर पर कोचिंग सेंटर संचालक राजीव कुमार ने सभा की शुरुआत अतिथियों को अंग वस्त्र प्रदान कर की. उसके बाद महिला थानाअध्यक्ष रवि रंजना के द्वारा साइबर क्राइम के विषय में विस्तार से बताया. उन्होंने बताया कि किस प्रकार हम आए दिन साइबर फ्रॉड के शिकार होते हैं.

किस प्रकार युवा ना चाहते हुए भी अपराधिक गतिविधियों में फंस जाते हैं और अपराध के शिकार हो जाते हैं. उन्होंने बताया कि खासकर युवतियों को अपने मोबाइल में किसी एप्स को लोड करने से पहले कौन-कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए. साथ ही यह भी बताया कि किसी के इमोशन में आकर अपने आपत्तिजनक तस्वीर नहीं खींचवाये. वैसा कोई भी तस्वीर अपने फोन में ना रखें जिसे सार्वजनिक रूप से दिखाया नहीं जा सके.

इसके साथ ही युवाओं को जागरूक करते हुए बताया कि आईटी एक्ट के तहत अपराध सिद्ध हो जाने पर पहले अपराध किए जाने पर 5 वर्षों की सजा और 1000000 तक का जुर्माना है एवं दूसरी बार गलती दोहराने पर 7 साल की सजा एवं ₹1000000 तक की जुर्माना है. साथ ही युवाओं को इस संबंध में भी जागृत किया गया कि अक्सर अपनी नासमझी के कारण किसी से बदले की भावना में आकर किसी का फोटो एडिट करके उसे वायरल करना, परेशान करना किस हद तक जुर्म है और इसकी क्या सजा है.

किसी तरह की अफवाह को फैलाना, सांप्रदायिक भावना को ठेस पहुंचाने वाला मैसेज करने से समाज पर किस प्रकार का दुष्परिणाम होता है और अफवाह फैलाने वालों को क्या सजा मिलती है. इन सब के विषय में जागरुक किया गया. वहीं टेक्निकल सेल गया के एक्स्पन प्रसाद ने स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए बताया कि अपराधी चाहे कितना भी शातिर हो पुलिस के पास वह टेक्निक है जो किसी भी प्रकार अपराधियों को पकड़ ही लेती है. किसी भी प्रकार का साइबर फ्रॉड का शिकार होने पर 1930 पर अवश्य कॉल करें.

साभार – धीरज गुप्ता

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