PATNA DESK – पटना के शास्त्रीनगर थाना पुलिस ने नकली हॉलमार्किंग पर 15 दिनों के अंदर डेढ़ करोड़ की धोखाधड़ी मामले में दो शातिरों को गिरफ्तार किया है. जबकि एक शातिर मनीष यादव भागने में सफल रहा है. गिरफ्तार दोनो शातिर मंटू कुमार व रविरंजन कुमार बताये गये हैं. इस मामले में ज्वेलरी दुकानदार ने ही पुलिस में मिलावटी सोने के बारे में शिकायत की थी और 15 दिन में करीब डेढ़ करोड़ की धोखाधड़ी का आवेदन दिया गया है. ज्वेलरी दुकान के मालिक के आवेदन पर शास्त्रीनगर थाने में डेढ़ करोड़ की धोखाधड़ी से संबंधित प्राथमिकी दर्ज की गई है. इस आधार पर पुलिस ने छानबीन शुरू की थी. दुकानदार भी अपने गहने का आकलन नहीं कर पा रहा है. कभी एक केजी तो कभी डेढ़ केजी सोने में मिलावट की बात कह रहा है.
एक ही हॉलमार्क इस्तेमाल करते थे तीनों
आरोपी तीनों शातिर उक्त दुकान के नाम से सेम हॉलमार्क के गहने तैयार करते थे. इसमें ऊपरी परत पर 5 प्रतिशत सोने का इस्तेमाल करते थे. अंदर मिलावटी सोने से गहने तैयार करते थे. फिर उसी दुकान में होलमॉर्क दिखाकर गहने को एक्सचेंज कर के ऑरिजनल गहने ले लेते थे. फिर इस सोने के गहने को बाकरगंज में गलाकर दुकानों में बेच देते थे और इससे मिलने वाले रुपए आपस में बांट लेते थे.
मंटू है मास्टरमाइंड
पकड़ा गया मंटू इस कारोबार का मास्टरमाइंड है. पूर्व में दो-तीन साल पहले इसी गहने की दुकान में कारोबार करता था जो वहां से हटा दिया गया था. जिसके बाद उसी दुकान का हॉलमार्क और सांचा बनाकर नकली और मिलावटी गहना बनाने लगा. इस खेल में अपने साथ मनीष और रविरंजन को भी शामिल कर लिया. जिसके बाद सब मिलकर आपस में कारोबार करने लगें.