159 सीआरपीएफ के नये कमांडेंट कुमार मंयक ने किया पदभार ग्रहण

159 सीआरपीएफ के नये कमांडेंट कुमार मंयक ने किया पदभार ग्रहण

GAYA DESK –  पिछले कई दशकों से गया जिला अत्यंत नक्सल उत्पीड़ित जिला रहा है और इसमें भी छक्करबंधा क्षेत्र सुरक्षा बलों के लिए एक चुनौती बना हुआ था. उस दुर्गम जटिल और नक्सलियों के गढ़ में उनके द्वारा अनगिनत आईईडी लगाकर अपने आप को सुरक्षित घेरे में रखा हुआ था. इस प्रकार की परिस्थिति में 159 बटालियन बल का कार्यभार ग्रहण करके कमलेश सिंह ने क्षेत्र में योजनाबद्ध तरीके से कार्य आरम्भ किया और प्रत्येक कम्पनी में एक ऐसी टुकडी का निर्माण किया और उनका मनोबल इस स्तर तक पहुंचाने में सफलता प्राप्त कि जिसके कारण वे छक्क्रबंधा में किसी भी क्षेत्र में अपने स्तर पर ऑपरेशन करने में सफल हो गए. जिसके पश्चात बिहार सेक्टर, सीआरपीएफ के महानिरीक्षक अमित कुमार के मार्गदर्शन में सघन, नियमित एवं नियंत्रित अभियान चलाकर बहुत बड़े पैमाने पर आईईडी बनाने की सामग्री, डेटोनेटर, केन बम, गोला-बारुद, फैक्ट्री मेड हथियार, नक्सली साहित्य, वायरलेस सेट लैपटॉप, मोबाईल फोन, ड्रोन और अन्य सामग्री जब्त करने में सफलता पाई.

साथ ही साथ इलाके के लंगुराही, पंचरुखिया और नागोबार में कैम्प बनाकर नक्सलियों के इस गढ को मटियामेट करने में सफलता प्राप्त की है जो एक मिसाल है. उपरोक्त सभी सफलतायें कमलेश सिहं के कुशल मार्गदर्शन में मात्र एक वर्ष के कार्यकाल में प्राप्त की गई. अपने सेवाकाल में कमलेश सिंह कमाण्डेंट 159 बटालियन बल को डीजी डिस्क एवं सराहनीय कार्यो के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक से अलंकृत किये जा चुके हैं. नवागंतुक कमाण्डेंट कुमार मंयक जो इस बटालियन का कार्यभार ग्रहण करने जा रहे है ने राजपत्रित अधिकारी के रूप में नियुक्त होकर इस बल में 25/02/2000 को पदार्पण किया था. आतंरिक सुरक्षा अकादमी माउंट आबू में बुनियादी प्रशिक्षण के पश्चात अति उग्रवाद प्रभावित राज्य मणिपुर में प्रथम तैनाती हुई.

इसके पश्चात उनकी तैनाती समूह केन्द्र भूवनेश्वर 43 बटालियन, 70 बटालियन आरटीसी श्रीनगर,182 बटालियन में हुई. वर्ष 2012 से 2017 के दरम्यान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभियान के रुप में बिहार राज्य के नक्सल प्रभावित जिला बेगुसराय / जमुई/ लखीसराय में नक्सल अभियान को अंजाम दिया और नक्सली गतिविधियों में रोक लगाने में सफलता प्राप्त की. वह सेंट्रल जोन में वित्तीय सलाहकार के रूप में भी तैनात रहे. इसी अवधि के दौरान वर्ष 2020 में 182 बटालियन में वीरता का पुलिस पदक मिला. इसके अतिरिक्त अपने सेवाकाल के दौरान उन्हें 05 परिचालनिक डीजी डिस्क, आन्तरिक सुरक्षा पदक से अलंकृत किया गया.

Loading

E-paper ब्रेकिंग न्यूज़