गोपालगंज निवासी दिलीप सिन्हा की छपरा में हत्या मामले का पुलिस ने किया उद्भेदन ; तीन सुपारी किलर गिरफ्तार

 Gopalganj/Chhapra Desk – गोपालगंज निवासी दिलीप सिन्हा की छपरा में हत्या मामले का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है. इस मामले में गोपालगंज पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार ने कुचायकोट निवासी दिलीप कुमार सिन्हा की हत्या कांड में तीन आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए इस मामले का उद्भेदन किया है. प्रेसवार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दिलीप कुमार सिन्हा की हत्या बिकी हुई जमीन के पैसों का विभाजन करने को लेकर हुआ है. इस मामले में गिरफ्तार तीन आरोपी जिसमें मनोज कुमार सिंह, आजाद अंसारी और लालबाबू साह है. ये तीनों इस हत्याकांड में सुपारी किलर की भूमिका में सामने आए हैं. इस मामले में पत्रकारों ने जब आरोपी मनोज कुमार सिंह से बात की तो उसने बताया कि वह गाड़ी चला रहा था और बाकी के लोग गमछे से दिलीप कुमार सिन्हा का गला घोट कर हत्या कर दिए और जिस स्कॉर्पियो गाड़ी में यह हत्या की गई उस गाड़ी को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. इस हत्याकांड में शामिल 2 लोग अभी भी फरार हैं. जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. इन दोनों को भी पुलिस ने चिन्हित कर लिया है. जिस गमछे से मृतक की गला घोट दी गई थी उस गमछा को भी पुलिस ने बरामद किया है और जिस मोबाइल से फोन कर मृतक को घर से बुलाया गया था वह मोबाइल भी गाड़ी चला रहे मनोज कुमार सिंह की बताई जा रही है. जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है. इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 2 लाख में सुपारी किलरो को हत्या करने का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था. जिसमें आरोपी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि उसको महज ₹9000 मिले थे और मनोज कुमार सिंह ही अन्य दो आरोपी आजाद अंसारी और लालबाबू साह को बुलाकर ले गया था.

इस पूरे हत्याकांड का आयोजन करने वाले मुख्य दो आरोपी अभी भी फरार हैं. जिनकी गिरफ्तारी जल्द ही कर लेने का गोपालगंज पुलिस दावा कर रही है. इस कांड के उद्भेदन में मुख्य रूप से नगर थाना के इंस्पेक्टर ललन कुमार तथा उचकागांव के थानाध्यक्ष अब्दुल मजीद ने सदर एसडीपीओ संजीव कुमार के नेतृत्व में तकनीकी अनुसंधान की टीम के साथ काम किया है और 2 दिनों के अंदर ही आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए इस पूरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया है. वहीं पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इनमें से दो आरोपी पहले भी उचकागांव के एक गैस एजेंसी पर लूट की घटना को अंजाम दिए थे, उसकी भी पुष्टि इनकी गिरफ्तारी से हुई है. पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने मृतक को फोन कर घर से बुलाया था और बंजारी में अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी में दिलीप को बिठा लिए तथा गाड़ी लेकर जाते समय गोपालगंज में ही गमछे से गला घोट कर उसकी हत्या कर दी और शव को ले जाकर छपरा के रेलवे चक्का फैक्ट्री के पास फेंक दिया और सभी फरार हो गए थे. बताते चलें कि 30 जनवरी को गोपालगंज जिले के कुचायकोट निवासी 50 वर्षीय दिलीप कुमार सिन्हा का गोपालगंज से अपहरण कर उनकी हत्या किए जाने के बाद उनका शव छपरा जिले के दिघवारा थाना अंतर्गत बेला रेल चक्का फैक्ट्री वाले रास्ते में उन्नहचक ढाला के समीप फेंक दिया गया था. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची दिघवारा पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले शिनाख्त का प्रयास किया गया. जिसके बाद उनकी पहचान की गई थी.

Loading

E-paper ब्रेकिंग न्यूज़