7 मार्च से 13 मार्च तक चलने वाले पेंशन सप्ताह को ले जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर सारण डीएम ने किया रवाना

Chhapra Desk – सारण समाहरणालय के प्रांगण में जिलाधिकारी राजेश मीणा के द्वारा प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के तहत पेंशन कार्ड बनाने हेतु 7 मार्च से 13 मार्च तक चलने वाले पेंशन सप्ताह तथा 75वें स्वतंत्रता दिवस (आजादी का अमृत महोत्सव) के अवसर पर आईकॉनिक वीक योजना के होर्डिंग्स से सजे तथा माइकिंग से लैश e-रिक्शा को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर किया. जिलाधिकारी द्वारा प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के बारे में विस्तार से बताया गया । उन्होंने बताया कि 18 से 40 वर्ष की आयु के सभी असंगठित कामगार अपना आधार कार्ड, बैंक खाता तथा प्रथम किस्त की नगद राशि लेकर अपने नजदीकी वसुधा केंद्र (कॉमन सर्विस सेंटर) पर जाकर बनवा सकते हैं . यदि उन्हें पेंशन कार्ड बनवाने में किसी भी तरह की समस्या आती है तो वह किसी भी कार्य दिवस को सहायक श्रमायुक्त कार्यालय (जे पी महिला कॉलेज के बगल में) में आकर अपना पेंशन कार्ड बनवा सकते हैं.
यह पेंशन सप्ताह 7 मार्च से 13 मार्च तक आयोजित किया गया है जिसमे विभिन्न प्रखंडों में दिनांक 7 मार्च को इसकी शुरुआत हो चुकी है तथा दिनांक 10 मार्च (गुरुवार) को सहायक श्रमायुक्त कार्यालय परिसर में प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के तहत एक जिला स्तरीय वृहद नामांकन कैंप का आयोजन किया जाएगा. जिसमें सारण जिले के सभी प्रखंडों एवं पंचायतों के कामगार आकर अपना पेंशन कार्ड बनवा सकते हैं. बताया गया कि यह एक अंशदायी पेंशन योजना है जिसमें कामगार को उनकी उम्र के अनुसार निर्धारित राशि को जमा कराना होगा तथा उतनी ही राशि केंद्र सरकार के द्वारा उनके खाते में जमा की जाएगी. 60 वर्ष की आयु पूरी करने के पश्चात न्यूनतम ₹3000 प्रतिमाह पेंशन की राशि उन्हें जीवन भर मिलेगी. मासिक अनुदान की राशि उम्र के अनुसार ₹55 से ₹200 के बीच निर्धारित की गई है । 18 वर्ष की आयु के कामगार को ₹55 जबकि 29 वर्ष की आयु के कामगार को ₹100 तथा 40 वर्ष की आयु के कामगार को ₹200 मासिक अनुदान की राशि निर्धारित की गई है .


उनके द्वारा यह भी बताया गया कि यदि कामगार कुछ अवधि के पश्चात इस योजना से किसी कारणवश हटना भी चाहते हैं तो उन्हें उनकी तब तक की जमा की गई राशि ब्याज सहित वापस मिल जाएगी. साथ ही यदि 60 वर्ष के बाद किसी पेंशन धारी की मृत्यु हो जाती है तो पेंशन की राशि का 50% यानी आधी राशि उनके आश्रित (पति पत्नी आदि) को पारिवारिक पेंशन के रूप में जीवन भर मिलेगा. यह पेंशन योजना अन्य पेंशन योजनाओं के अतिरिक्त होगा जो उन्हें अन्य विभागों से मिलेंगे. जिलाधिकारी के द्वारा उपस्थित सभी पदाधिकारियों, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारियों के समक्ष यह बताया गया कि श्रम एवं रोजगार मंत्रालय भारत सरकार की यह बहुत ही अच्छी योजना है तथा यह योजना समाज के असंगठित क्षेत्रों में कार्य करने वाले लाखों-करोड़ों कामगारों के वृद्धावस्था को ध्यान में रखकर बनाई गई है , क्योंकि एक कामगार की शारीरिक एवं मानसिक क्षमता 60 वर्ष की आयु के पश्चात कम हो जाती है जिसकी वजह से उनकी उपार्जन क्षमता भी घट जाती है.


उनके बेटे और बेटियां भी शादी विवाह या कार्य करने हेतु घर से दूर चले जाते हैं तथा बुढ़ापे में कामगारों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ता है. यदि कामगार प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के तहत अपना पेंशन कार्ड बनवाते हैं तो वृद्धावस्था में 60 वर्ष की आयु के पश्चात उन्हें ₹3000 प्रति माह का पेंशन मिलेगा जिससे न उनकी आर्थिक परेशानी दूर होगी बल्कि वे अपनी मूलभूत जरूरतों को भी आसानी से पूरा कर सकेंगे .


उन्होंने जिले के सभी असंगठित कामगारों से अपील की है कि वे 7 मार्च से 13 मार्च तक चलने वाले इस पेंशन सप्ताह में प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के तहत अपना पेंशन कार्ड बनवा लें तथा 10 मार्च को सहायक श्रमायुक्त कार्यालय में आयोजित वृहद नामांकन कैंप में भाग लेकर भी अपना कार्ड बनवा सकते हैं. श्रम संसाधन विभाग के द्वारा सारण जिले में 1500 असंगठित कामगारों का कार्ड बनवाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जबकि सहायक श्रमायुक्त के द्वारा सभी श्रम प्रवर्तन पदाधिकारियों को 20 प्रखंडों में प्रति प्रखंड 100-100 श्रमिकों को प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना से आच्छादित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. जिला पदाधिकारी द्वारा आयुष्मान भारत कार्ड, e-श्रम पर निबंधन कराने की भी अपील की गयी. सारण जिले में e-श्रम का कुल लक्ष्य 1328428 है जिसमें अभी तक 10 लाख निबंधन हो चुका है. उक्त कार्यक्रम में जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी रजनीश राय, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कन्हैया कुमार, सहायक श्रम आयुक्त सह श्रम अधीक्षक प्रशांत राहुल के साथ अन्य पदाधिकारी गण एवं कर्मी गण उपस्थित थे.

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