CHHAPRA DESK – सारण जिले के दाउदपुर थाना क्षेत्र से 3 माह पहले चोरी गई बाइक से शराब के तस्करी किए जाने का मामला प्रकाश में आया है. हालांकि अब तक उस मामले में दाउदपुर थाना अध्यक्ष के द्वारा कोई भी प्राथमिकी दर्ज नहीं किया गया था. जबकि उक्त बाइक से शराब तस्करी के मामले के संज्ञान में आने के बाद भगवान बाजार थाना पुलिस ने बाइक चालक पर एक प्राथमिकी दर्ज कर दिया है. जिसके बाद उस युवक ने थाना का चक्कर लगाने के बाद एसपी संतोष कुमार से गुहार लगाई है.
मामला है कि पुलिस के द्वारा एक बाइक चोरी के मामले में तीन माह पहले आवेदन तो रिसीव कर लिया गया मगर प्राथमिकी दर्ज नही की गई.. वहीं चोरी गई बाइक शराब के साथ भगवान बाजार थाना पुलिस ने जब्त कर बाइक ऑनर के ऊपर प्राथमिकी दर्ज कर दी है. मद्य निषेध विभाग से नोटिश मिलने के बाद बाइक ऑनर हरेश कुमार यादव के चचेरे भाई भेल्दी थाना क्षेत्र के हकमा गांव निवासी श्रीकांत कुमार ने सारण एसपी को लिखित आवेदन देकर दाउदपुर पुलिस की कारगुजारी का वर्णन करते हुए न्याय की गुहार लगायी है. एसपी को दिए गए आवेदन के अनुसार भेल्दी थाना क्षेत्र के हकमा गांव निवासी श्रीकांत कुमार छपरा स्थित एक लुमिनस कम्पनी के दुकान पर सेल्समैन का कार्य करता है.
श्रीकांत कुमार 14 मार्च 2022 को अपने चचेरे भाई हरेश कुमार यादव की पैशन प्रो बाइक लेकर कम्पनी का सामान सप्लाई के लिए दाउदपुर में अनुज इलेक्ट्रॉनिक्स नामक दुकान पर आया था. बाइक खड़ी कर सामान देने के बाद लौटा तो बाइक गायब थी. काफी खोजबीन के बाद श्रीकांत कुमार ने प्राथमिकी दर्ज करने के लिए दाउदपुर थाने में आवेदन दिया. मगर कई बार दाउदपुर थाने का चक्कर लगाने के बाद भी बाइक चोरी की प्राथमिकी दर्ज नही की गई और पुलिस के द्वारा अपने स्तर से कुछ दिन और खोजबीन करने की सलाह दी गई.
इस बीच 23 अप्रैल 2022 को भगवान बाजार थाना पुलिस ने शराब के साथ चोरी गई बाइक को जप्त कर लिया और बाइक ऑनर यानि सेल्समैन श्रीकांत कुमार चचेरे भाई हरेश कुमार यादव के नाम पर प्राथमिकी दर्ज कर दी.
इस बीच जब 27 जून को मद्य निषेध विभाग की ओर से बाइक ऑनर हरेश कुमार यादव के नाम नोटिश मिला तो सभी परेशान हो गए. उसके बाद सेल्समैन श्रीकांत कुमार ने अपना पक्ष रखते हुए दाउदपुर से 14 मार्च को हीं बाइक चोरी होने की बात बतायी. दाउदपुर पुलिस को रिसीव कराया गया आवेदन की प्रति भी उसने प्रस्तुत की. उसके बाद मद्य निषेध विभाग के द्वारा प्राथमिकी की रिसीविंग की मांग की गई है. उसके बाद से प्राथमिकी की कॉपी के लिए श्रीकांत कुमार दो बार दाउदपुर थाने का चक्कर लगा चुका है. मगर जब प्राथमिकी हीं दर्ज नही की गई तो उसकी कॉपी कैसे मिले.
बताया जा रहा है कि थाने से आवेदन भी गायब है. जिससे दाउदपुर पुलिस की परेशानी और बढ़ गई है. पुलिस नया आवेदन देने को कह रही है जबकि शिकायतकर्ता 14 मार्च के डेट में हीं प्राथमिकी दर्ज कर कॉपी देने की मांग कर रहा है. जिसके बाद परेशान श्रीकांत कुमार ने सारण एसपी को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है.