CHHAPRA DESK – सारण जिले के गड़खा थाना क्षेत्र के मीठेपुर गांव में पांच युवकों के द्वारा सोशल साइट पर लाइव आकर जाति विशेष के प्रति असंसदीय भाषा का प्रयोग करने और उसके बदले में पंचायत के तुगलकी फरमान पर उन पांचों के सिर पर जूता रख कर जुर्म कबूल करते हुए गांव में घुमाए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. बता दें कि पंचायत के तुगलकी फरमान के बाद उन पांचों युवकों को 11 माह के लिए गांव बदर की सजा भी सुनाई गई थी. इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद सारण एसपी संतोष कुमार के द्वारा इस मामले को संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई का आदेश गड़खा थाना अध्यक्ष को दिया गया.
दोनों पक्षों के तरफ से दर्ज कराई गई नामजद प्राथमिकी
इस मामले को तूल पकड़ते देख जहां एक पीड़ित युवक के द्वारा 5 नामजद समेत एक सौ अज्ञात के खिलाफ गड़खा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. वहीं दूसरे पक्ष से भी एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. पीड़ित युवकों के द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में मुन्ना महतो के द्वारा पांच नामजद समेत सौ अज्ञात को नामजद किया गया है. वहीं दूसरे पक्ष से योगेंद्र यादव के द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. जिसमें 7 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है.
क्या है मामला
जिले के गड़खा प्रखण्ड के मिठेपुर पंचायत में बीते दिन बिंद समाज के पांच लड़कों के द्वरा फेसबुक पर लाइव आकर विशेष जातियों को अपशब्द कहा जा था. जिसको लेकर जनप्रतिनिधियों ने उन पांचो लड़कों को पकड़कर तुगलकी फरमान में उनके सिर पर जूता रख जुर्म कबूल कराने के साथ पांचों युवकों को सिर पर जूता रखकर पूरे गांव में घुमाया गया था. जिसके बाद पंचायत उन्हें 11 महीने के लिए गांव से बाहर रहने की सजा भी सुनायी। सोशल मीडिया पर इस घटना के वीडियो वायरल होने के बाद दोनों पक्षों की तरफ से प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.