साइंस, सम्मोहन और हाथों की सफाई का मिश्रण है जादू : जादूगर शंकर सम्राट

साइंस, सम्मोहन और हाथों की सफाई का मिश्रण है जादू : जादूगर शंकर सम्राट

CHHAPRA DESK – भारतवर्ष की 64 कलाओं में सर्वश्रेष्ठ कला है जादू. जो कि आज लुप्त होने के कगार पर है. यह हमारे भारतवर्ष की धरोहर है, लेकिन विदेशों में यह फल फूल रहा है. उक्त बातें छपरा शहर के एकता भवन में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए जादूगर शंकर सम्राट ने कही. उन्होंने कहा कि साइंस, सम्मोहन और हाथों की सफाई का मिश्रण है. उनके जादू में जादू और सम्मोहन के साथ खास बात यह है कि उनके द्वारा अपनी कलाओं के माध्यम से सामाजिक कुरीतियों पर प्रहार भी किया जाता है. जिससे कि समाज को सही दिशा दिशा दी जा सके. मास कम्युनिकेशन में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री धारण करने का उनका उद्देश्य समाज को सही दिशा देना ही था. लेकिन उन्होंने इस काम के लिए जादू को ही चुना, जो कि उनका बचपन से शौक रहा है. उसी शौक की बदौलत एक तरफ वह जहां एक से बढ़कर एक हैरतअंगेज जादू दिखाते हैं, जिसके देश विदेश में करोड़ों प्रशंसक है. वहीं अपने जादू के माध्यम से सामाजिक कुरीतियों पर प्रहार कर समाज को सही दिशा देने का कार्य भी करते हैं. प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि उनकी शो का मुख्य बिंदु भारी भरकम स्टैचू आफ लिबर्टी को शनै: शनै: आंखों के सामने से गायब कर दिया जाता है. वह 20 वर्षों के अपने अनुभव पर अब तक भारतवर्ष के साथ काठमांडू मस्कट एवं सिंगापुर सहित विदेशों में 40000 प्रोग्राम दे चुके हैं.

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