बेटियों को सीता व बेटों को बनाएं राम : परियोजना प्रबंधक

बेटियों को सीता व बेटों को बनाएं राम : परियोजना प्रबंधक

CHHAPRA DESK – फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया एवं सखी वन स्टॉप सेंटर सह महिला हेल्पलाइन छपरा द्वारा एक पब्लिक स्कूल के प्रांगण में बेटियों व महिलाओं को सशक्तिकरण हेतु “मिशन आदिशक्ति” का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ महिला हेल्पलाइन छपरा के परियोजना प्रबंधक मधुबाला, जगदम महाविद्यालय छपरा के अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अमर नाथ प्रसाद, महिला थाना के थानाध्यक्ष हेमलता, कानूनी सलाहकार मुन्नी देवी, विद्यालय के सचिव प्रीति सिंह, प्रिंसिपल वर्तिका व्याहुत, फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया के अध्यक्ष मन्टु कुमार यादव, एफ एफ आई लाडली विंग की संयोजिका रचना पर्वत एवं अन्य वरिष्ठ शिक्षकों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया.

कार्यक्रम में विद्यालय की बच्चियों को महिला सशक्तिकरण से संबंधित जैसे घरेलू हिंसा, महिला स्वास्थ्य, लैंगिक समानता, नारी शिक्षा, बाल विवाह, महिला सुरक्षा, दहेज प्रथा, साइबर सुरक्षा, सेनेटरी नैपकिन का उपयोग आदि पर महिला हेल्पलाइन छपरा के परियोजना प्रबंधक मधुबाला एवं टीम के सदस्यों द्वारा विस्तार से चर्चा की गई. साथ ही उनकी समस्याओं के समाधान के लिए उपायों को बताया गया. महिला हेल्पलाइन की परियोजना प्रबंधक मधुबाला ने महिला स्वास्थ्य एवं घरेलू हिंसा पर प्रकाश डाला व महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में क्या-क्या कार्य किए जा सकते हैं, महिलाओं को कैसे सशक्त किया जा सकता है आदि विषयों पर विस्तार पूर्वक बताया.

मौके पर थानाध्यक्ष हेमलता ने कहा कि महिलाओं एवं बेटीयों को यदि कहीं भी किसी प्रकार की समस्या होती है तो वह तुरंत भयमुक्त होकर पुलिस थाने में या महिला हेल्पलाइन में अपनी शिकायत दर्ज कराएं. वहीं कानूनी सलाहकार मुन्नी देवी ने हिंसा अधिनियम, बाल विवाह अधिनियम, पॉस्को एक्ट, एसिड अटैक एक्ट आदि के बारे में विस्तार से चर्चा की. वहीं डॉ अमरनाथ प्रसाद ने कहा कि नारी सशक्तिकरण का इतिहास बहुत पुराना है आधुनिक युग में इसकी शुरुआत फ्रांस से हुई. जबकि भारत में वैदिक युग में भी नारी सशक्तिकरण की चर्चा वेदों में की गई है.

अरुंधति, सावित्री, गायत्री इत्यादि विद्वान नारियों का उल्लेख है. वहीं रचना पर्वत ने कहा की लड़कियां अपनी आत्मरक्षा कैसे करें, उसके विषय में बताया गया. नैपकिन के उपयोग एवं उसके फायदे के बारे में बताया गया तथा समाज में पीरियड्स से संबंधित लड़कियों एवं महिलाओं के मन में हुई भ्रांतियों को दूर किया गया. वहीं दहेज प्रथा, साइबर क्राइम के दुष्प्रभाव को बताया. बाल-विवाह रोकने तथा नारी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अपील की. वहीं संस्था अध्यक्ष मन्टु कुमार यादव ने कहा कि सिर्फ शहरों में ही नहीं गांव में भी आज महिलाएं सशक्त हो रही है, जो बताता है कि हमारा देश बदल रहा है.

हम एक नए भारत की तरफ कदम बढ़ा चुके हैं. कार्यक्रम के अंत में दहेज प्रथा व घरेलू हिंसा की रोकथाम के लिए संकल्प दिलाया गया. कार्यक्रम के सफल आयोजन में जिला संयोजक मुकेसर पंडित, कुमारी रूपाली की सक्रिय भूमिका रही. इस अवसर पर विद्यालय की छात्राओं लक्ष्मी, दीपाली, सलोनी, अमोलिका, अदिति, अमायरा, पीहू रंजन, आयुषी रंजन, अंशिका, सृष्टि, श्रेया, अनुष्का, साक्षी इत्यादि को सम्मानित किया गया. इस अवसर पर विद्यालय के विशाल कुमार, आदित्य कुमार, विजय कुमार, सूरज कुमार, मनीष कुमार, गिरधर कुमार, मुन्नी श्रीवास्तव, बालासाहेब आदि सभी शिक्षक उपस्थित रहे.

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