CHHAPRA DESK – कार्यकर्ताओं में सांगठनिक क्षमता, एकता, ज्ञान और शील के भाव के साथ नई ऊर्जा का संचार करते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् का 64वां प्रदेश अधिवेशन रविवार को संपन्न हुआ.चार दिनों के इस महाकुम्भ में पहुंचे छात्र तरुनाई को राष्ट्र सेवा, सुरक्षा, नेतृत्व और सामाजिक सहयोग का मंत्र आगत अतिथियों ने दिया. समापन के अवसर पर विश्वविद्यालय सह बैठक हुई. जिसमे आगामी कार्यक्रमों की कार्य योजना तैयार की गई.
तत्पश्चात व्यवस्था में लगे सभी 11 संभाग के कार्यकर्ताओं का परिचय राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रवि पाण्डेय ने प्रतिनिधियों से करवाया और इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में सहयोग करने वाले सभी गणमान्य लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया. इसके पश्चात प्रदेश अध्यक्ष डॉ ममता कुमारी ने आयोजन में लगे सभी कार्यकर्ताओं के प्रति आभार जताते हुए कहा कि इस कराके की ठंड में भी इतनी सुदृढ़ और सुन्दर व्यवस्था करना एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण कार्य था जिसे आप सभी ने बहुत ही सुव्यवस्थित रूप से संपन्न कराया है.
इसके लिए मैं पूरे प्रदेश की ओर से आप सभी कार्यकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त करती हूँ. अधिवेशन के समापन सत्र के दौरान विद्यार्थी परिषद् बिहार प्रदेश के नए इकाई की घोषणा हुई. जिसके बाद प्रान्त के संगठन मंत्री डॉ सुग्रीव कुमार ने समापन भाषण दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह अधिवेशन बिहार विद्यार्थी परिषद् के इतिहास में एक ऐतिहासिक अधिवेशन है. इतनी भीषण ठंड में भी पुरे प्रदेश के प्रतिनिधि इतनी बड़ी संख्या में आए और ज्ञान, शील, एकता का मंत्र प्राप्त किया उसके लिए सभी को बहुत-बहुत धन्यवाद.
यह अधिवेशन कार्यकर्ताओं के निर्माण में मील का पत्थर साबित होगा, ऐसी मेरी आशा है. आप सभी कार्यकर्त्ता इस अधिवेशन से वापस लौटने के बाद एक नई ऊर्जा के साथ संगठन के कार्यों में लगेंगे, मुझे इसका पूरा विश्वास है. आप सभी के नेतृत्व में विद्यार्थी परिषद् एक नए आयाम को प्राप्त करेगा, इस अपेक्षा के साथ पुनः आप सभी का धन्यवाद. तत्पश्चात ध्वजावतरण और वन्दे मातरम के साथ अधिवेशन का विधिवत समापन हुआ.