निगरानी विभाग ने जारी की परिवहन विभाग के दागी डीटीओ, एमवीआई व दारोगा की लिस्ट जिन पर दर्ज है DA-TRAP-AOPA का केस

निगरानी विभाग ने जारी की परिवहन विभाग के दागी डीटीओ, एमवीआई व दारोगा की लिस्ट जिन पर दर्ज है DA-TRAP-AOPA का केस

PATNA DESK – निगरानी विभाग ने इस वर्ष भी परिवहन विभाग के दागी डीटीओ, एमवीआई व दारोगा की लिस्ट जारी की है. जिसमें सभी विभाग के सचिवों को बताया गया है कि आपके यहां कितने सरकारी सेवक दागी हैं. निगरानी थानों में दर्ज डीए, ट्रैप केसों के स्टेटस की जानकारी दी जाती है. इस साल निगरानी विभाग ने मार्च महीने में सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव,प्रधान सचिव व सचिवों को पत्र भेजा था. जिसमें बताया गया है कि सरकारी सेवकों को दी जाने वाली प्रोन्नति हेतु निगरानी स्वच्छता प्रमाण का विभागों के द्वारा इस आधार पर दी जाये.

निगरानी विभाग ने बताया है कि हर वर्ष जनवरी एवं जुलाई में संबधित विभाग को वैसे सरकारी सेवकों की सूची उपलब्ध कराई जायेगी जिनके विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज है व चार्जशीट दाखिल की गई है.क्षपरिवहन विभाग नज दर्जन भर एमवीआई-डीटीओ- इंफोर्समेंट दारोगा के खिलाफ निगरानी ने डीए केस व रिश्वत के मामले में मुकदमा किया है. हालांकि कई ऐसे अधिकारी हैं जिनके खिलाफ डीए-रिश्वत का केस तो किया गया लेकिन चार्जशीट दाखिल करने में सुस्ती बरती गई. जिसका लाभ सरकारी सेवक ले रहे.हालांकि पिछले दो-तीन सालों में निगरानी ब्यूरो व आर्थिक अपराध इकाई ने जिन एमवीआई-परिवहन दारोगा या डीटीओ के खिलाफ छापेमारी की है उनमें अधिकांश को फील्ड पोस्टिंग से दूर रखा गया है.


परिवहन विभाग के दागी डीटीओ, एमवीआई व दारोगा की सूची

निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने 2023 में जो लिस्ट जारी की है उसमें परिवहन विभाग के दर्जन भर अधिकारी-कर्मियों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस, ट्रैप केस व AOPA के तहत मुकदमा दर्ज किया गया. इऩमें कुछ में चार्जशीट दाखिल किया गया है तो काफी संख्या में केस अभी भी जांच में ही हैं.

 

निगरानी ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार दरभंगा के तत्कालीन एमवीआई गिरीश कुमार के खिलाफ AOPA के तहत 29 मई 2013 को निगरानी ने केस दर्ज किया था. वहीं 9 अप्रैल 14 को पटना के तत्कालीन एमवीआई अमिताभ कुमार कर खिलाफ ट्रैप केस हुआ था. लेकिन निगरानी को चार्जशीट के लिए पर्याप्त साक्ष्य नहीं मिला था. कटिहार के तत्कालीन MVI कौशल किशोर त्रिपाठी के खिलाफ 8 दिसंबर 2015 को DA केस दर्ज हुआ था.

अरवल के तत्कालीन MVI विनोद कुमार के खिलाफ 12 मार्च 16 को ट्रैप केस दर्ज हुआ था. कैमूर के तत्कालीन DTO अनिमेष कुमार के खिलाफ 8 अप्रैल 2016 को aopa केस दर्ज हुआ. इस केस में अभी भी जांच जारी है. कैमूर के तत्कालीन MVI राकेश रंजन के खिलाफ 8 अप्रैल 2016 को aopa के तहत केस दर्ज हुआ. यह केस जांच में है. नालंदा के तत्कालीन एमवीआई विनोद कुमार सिंह के खिलाफ 30 दिसंबर 2016 को ट्रैप केस हुआ था.

पूर्णिया के तत्कालीन MVI श्रीकांत मिश्रा के खिलाफ 30 अगस्त 2017 को DA केस हुआ था. गया के MVI सुजीत कुमार दास के खिलाफ 28 मार्च 2019 को ट्रैप केस हुआ. इसके अलावे समस्तीपुर के इंफोर्समेंट इंस्पेक्टर श्यामनंदन प्रसाद के खिलाफ 2 दिसंबर 2019 को DA केस दर्ज हुआ. यह केस भी अभी जांच में है. सबसे खास बात यह कि श्यामनंदन प्रसाद आज भी फील्ड में तैनात हैं. वहीं मुजफ्फरपुर के तत्कालीन डीटीओ रजनीश लाल के खिलाफ 22 जून 2021 को DA केस दर्ज हुआ.

Loading

87
Crime E-paper ब्रेकिंग न्यूज़