CHHAPRA/SIWAN DESK – सारण जिले के मांझी थानान्तर्गत मुबारकपुर में पूर्व मुखिया पति हरेन्द्र राय के हत्या की साजिश छपरा मंडल कारा में रची गई थी. पुलिस अनुसंधान में यह बात सामने आई है कि मांझी थाना क्षेत्र के मुबारकपुर में दोहरे हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त विजय यादव के द्वारा राजनीतिक प्रतिद्वंदिता को लेकर पूर्व मुखिया पति हरेंद्र राय की हत्या सुपारी किलर से करवाई थी. जिसमें उनके एक खास सहयोगी सिवान निवासी लाली यादव के द्वारा सिवान के शूटरों को ₹7 लाख में सुपारी दी गई थी. इस बात का खुलासा सारण एसपी डॉ गौरव मंगला के द्वारा गठित एसआईटी टीम के द्वारा किया गया है.
हत्या अभियुक्त की सिवान से हुई गिरफ्तारी ; रवि सहित तीन गिरफ्तार
मांझी में पूर्व मुखिया पति हरेंद्र राय की हत्या मामले में सिवान से रवि यादव को गिरफ्तार किया गया है. जिसके द्वारा मांझी थाना क्षेत्र के मुबारकपुर निवासी पूर्व मुखिया पति हरेंद्र राय की हत्या की गई है. के बाद उसके द्वारा इस हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार भी की गई है. जबकि उसी गिरफ्तारी के बाद उस हत्या में शामिल दूसरा अभियुक्त दीपक यादव के द्वारा सिवान में आत्मसमर्पण किया गया है. जबकि तीसरा हत्याभियुक्त सुग्रीव यादव को सिवान के सिसवन थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
पूर्व मुखिया पति हरेंद्र राय विजय यादव के पिता की हत्या के थे अभियुक्त
विदित हो कि वर्ष 2021 में विजय राय और हरेंद्र राय के बीच मुख्य चुनाव को लेकर झड़प हुई थी. जिसके बाद वर्ष 2022 में विजय यादव के पिता की हत्या हो गई. जिसमें हरेंद्र राय को नामजद अभियुक्त बनाया गया था और वर्ष 2023 में हरेंद्र राय की हत्या का आरोप विजय यादव के माथे पर लगा है.
राजनीतिक प्रतिद्वंदिता के साथ मांझी थाना क्षेत्र के मुबारकपुर में हुए दोहरे हत्याकांड के नामजद अभियुक्त विजय यादव कि नाराजगी इस बात को लेकर भी थी कि उन्हें शक था कि फार्म हाउस में दोहरे हत्याकांड का वीडियो हरेंद्र राय के द्वारा ही वायरल किया गया है. जिस मामले में वाह अभी जेल में बंद है और जेल में बंद रहते हुए ही उनके द्वारा अपने सहयोगी सिवान के कुख्यात अपराधी लाली यादव के साथ हरेंद्र राय के हत्या की साजिश रची गई.
क्या कहते हैं एसपी
इस मामले में सारण एसपी डॉ गौरव मंगला के द्वारा बताया गया कि पूर्व मुखिया पति हरेंद्र राय की हत्या मामले में उनके परिजन के बयान पर 08 नामजद अभियुक्तों एवं अन्य अभियुक्तों के विरुद्ध मांझी थाना कांड सं0-188 / 23 दिनांक 04-06-23 को दर्ज किया गया था. उस घटना में अनुसंधान व अग्रेतर कार्यवाही हेतु एक एसआईटी का गठन किया गया.
प्रारम्भिक कार्रवाई में प्राथमिकी अभियुक्त अभिराज सिंह को न्यायिक हिरासत में भेजा गया था.परन्तु तकनीकी एवं अन्य मध्यम से अनुसंधान में यह बात सामने आया कि नामजद अभियुक्तों के बजाए कुछ और लोगों ने यह घटना कारित की है. पूरे घटनाक्रम एवं सभी संभावित अभियुक्तों का तकनीकी सर्विलांस एवं अन्य माध्यमों से बारीकी से अनुसंधान किया गया.
इस घटना के चश्मदीद गवाह बलिराम मंडल उर्फ कविन्द जो हत्या के समय उनके साथ थे, उनसे गहराई से पूछताछ की गई. चश्मदीद गवाह द्वारा पुलिस के समक्ष एवं न्यायालय में दिये गये बयान के अनुसार यह घटना माह फरवरी- 2003 में मुबारकपुर में हुए दोहरे हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त विजय यादव एवं उनके साथियों द्वारा रवि यादव एवं अन्य शूटर के माध्यम से कारित करवायी गई. उसके बयान में आये तथ्यों के आधार पर शूटर रवि यादव को सिवान से गिरफ्तार किया गया. रवि यादव ने पूछताछ के क्रम में इस घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकारी है.