CHHAPRA / VAISHALI DESK – वैशाली जिला में पदस्थापित शिक्षा विभाग के एडीपीसी डाॅ उदय कुमार उज्जवल का अपहरण किए जाने की साजिश उनके वाहन चालक कन्हैया कुमार के द्वारा ही रची गई थी. जिसमें उनसे 5 करोड रुपए की फिरौती वसूले जाने का प्लान था. लेकिन, सारण पुलिस ने अपराधियों के मंसूबे पर पानी फेर दिया. बता दें कि उनको हाजीपुर से पटना जाते समय सोनपुर में प्रवेश करते ही कुछ अपराधियों द्वारा वाहन समेत अपहरण कर लिया गया था.
हालांकि इस सूचना के मिलते ही सारण एसपी डॉक्टर गौरव मंगला के द्वारा टीम गठित कर अपराधियों के पीछे लगाया गया और पुलिस को सफलता भी मिली. अपराधियों को अंतत: हाजीपुर में उनको छोड़कर भागना पड़ गया था. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें कार सहित सकुशल बरामद कर लिया था. लेकिन उस दौरान किसी अपराधी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी, लेकिन जांच उपरांत पुलिस टीम ने उक्त मामले में उनके कार चालक समेत चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार अपराधियों में वैशाली जिला के महुआ थाना अंतर्गत समसपुरा गांव निवासी कार चालक कन्हैया कुमार, उसका भाई शुभम कुमार, समसपुरा गांव निवासी सुजीत कुमार एवं हाजीपुर थाना क्षेत्र के बुजुर्ग गांव निवासी संजीव कुमार शामिल हैं. जिनके पास से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिल, सात मोबाइल एवं बोलेरो भी बरामद किया है. इस मामले में एसपी के द्वारा बताया गया कि अपहृत अधिकारी के स्थाई वाहन चालक कन्हैया कुमार द्वारा अपने भाई एवं अन्य अपराधियों के साथ मिलकर संयोजित साजिश के तहत 5 करोड़ रूपया फिरौती के लिए उनका अपहरण किया गया था.
लेकिन समय रहते जानकारी मिलने के कारण इस मामले का शीघ्र ही उद्भेदन कर चारों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया. विदित हो कि दो दिनों पूर्व वैशाली जिला में पदस्थापित शिक्षा विभाग के एडीपीसी डाॅ उदय कुमार उज्जवल का अपहरण सोनपुर थाना क्षेत्र में उसे समय कर लिया गया था जब वह हाजीपुर से पटना जा रहे थे.