CHHAPRA DESK – सारण पुलिस के दो कांड अनुसंधानकर्ता पुलिस अवर निरीक्षकों पर आखिर गाज गिर गई है. सारण एसपी डॉक्टर गौरव मंगला ने दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. इस बात की जानकारी देते हुए सपा ने बताया कि दोषी पाये जाने पर पुलिस पदाधिकारी / कर्मियों पर समुचित कार्रवाई की जा रही है. इसी कम में निम्नांकित पुलिस पदाधिकारियों पर उनके संदिग्ध आचरण के आरोप में अनुशासनिक कार्रवाई की गई है. जिसमें गड़खा थाना के अनुसंधानकर्ता पु०अ०नि० विरेन्द्र मंडल के द्वारा
परिवादी से कांड के अनुसंधान में खर्च के नाम पर 2000 रूपया लेने का आरोप प्रथम दृष्टया सत्य प्रतीत होने के आलोक में पु०अ०नि० विरेन्द्र मंडल को निलंबित किया गया है. वहीं अमनौर थाना के अनुसंधानकर्ता पु०अ०नि० गुंजन कुमारी के द्वारा अपहृता की बरामदगी हेतु राज्य से बाहर जाने के लिए आवेदक से रेलवे का टिकट बुकिंग कराने का आरोप प्रकाश में आया है. प्रारंभिक जांचोपरांत आरोप प्रथम दृष्टया सत्य प्रतीत होने के आलोक में पु०अ०नि० गुंजन कुमारी को भी निलंबित किया गया है.
एसपी ने बताया कि कार्य में कोताही बरतने वाले और दोषी पाए जाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. अगर कोई पुलिसकर्मी या पदाधिकारी घूस मांगता है या लेता है तो पूर्ण साक्ष्य के साथ उन्हें उपलब्ध करावे. उक्त पुलिसकर्मी और अधिकारी पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए जिलेवासी उनके मोबाइल नंबर पर सीधे साक्ष्य के रूप में वीडियो भेज सकते हैं. उनके आइडेंटिटी को भी गुप्त रखा जाएगा.