CHHAPRA DESK – बीपीएससी के तहत बहाल शिक्षकों को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने राहत दी है. बता दें कि बायोमेट्रिक सत्यापन का कार्य जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में हो रहा है. हर दिन किसी न किसी प्रखंड का सत्यापन कराया जा रहा है. अब तक तीन प्रखंडों का सत्यापन हो चुका है और 6 जनवरी को पानापुर प्रखंड के शिक्षकों का सत्यापन हुआ. सत्यापन के दौरान 20 से अधिक ऐसे अभ्यर्थी मिले हैं, जिनका बायोमेट्रिक मिलान नहीं हो पा रहा है.
इन अभ्यर्थियों के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने एक आदेश जारी किया है. जिसके अनुसार यदि बायोमेट्रिक (थंब इंप्रेशन) का मिलान नहीं हो पा रहा है तो फोटोग्राफ का हू-ब-हू मिलान किया जाए. इसके बाद आधार नंबर से ओटीपी प्राप्त किया जाए और फिर क्यूआर कोड से सत्यापन कराया जाए. अंगूठा से संबंधित बायोमेट्रिक मिलन नहीं होने का सबसे बड़ा कारण यह है कि कुछ महिलाएं जो की गृहणी है उनका घर के कार्यों करने के दौरान अंगूठे चिकने हो जाते हैं या फिर सब्जी काटने के दौरान रुखरे हो जाते हैं.
अन्य घरेलू कार्य मसलन कपड़ा धोने, साफ सफाई, बर्तन धोने आदि से भी अंगूठे की रेखाएं घिस जाती हैं या रफ हो जाती हैं. जिसके वजह से यह परेशानी हो रही है. चौथे दिन बायोमेट्रिक सत्यापन की व्यवस्था काफी दुरुस्त दिखी. पानापुर से आए सैकड़ो की संख्या में शिक्षकों ने सत्यापन कराया. हालांकि शिक्षकों ने एक बार फिर टाइमिंग को लेकर काफी नाराजगी जताई और कहा कि टाइमिंग 5:00 बजे शाम की जगह दिन में होना चाहिए.