CHHAPRA DESK – बाल मजदूरी कानूंजूर मोहल्ले की सारण जिले के विभिन्न क्षेत्रों में अनेक होटल फास्ट फूड दुकान और फुटपाथ की दुकान बाल मजदूरों के भरोसे ही चलाये जा रहे हैं. जहां अमूमन तौर पर मजदूरी करते हुए बालक एवं किशोर को देखा जा सकता है. जिसके खिलाफ श्रम संसाधन विभाग के पदाधिकारियों ने सारण जिले के मांझी थाना क्षेत्र अंतर्गत बलिया मोड़ स्थित दो फास्ट फूड के दुकानों पर छापेमारी की.
छापेमारी के दौरान वहां मजदूरी कर रहे दो बाल मजदूरों को मुक्त कराया गया. वहीं पदाधिकारियों ने दोनों आरोपी दुकानदारों के खिलाफ मांझी थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी हैं. छापामारी के दौरान विभागीय पदाधिकारी एलईओ राजेश कुमार सिन्हा ने बताया कि नाबालिग बच्चों से मजदूरी कराना कानूनन अपराध है. जिसके तहत बलिया मोड़ स्थित दो दुकानों से दो बाल मजदूरों को रेस्क्यू किया गया है.
उन्होंने बताया कि रेस्क्यू किए गए बच्चों को मुख्यमंत्री फंड से 25 हजार का चेक प्रदान किया जाएगा. दुकान से बरामद किए गए दोनों बाल मजदूर मांझी थाना क्षेत्र अंतर्गत बहोरन सिंह के टोला निवासी बताये गये हैं. रेस्क्यू धावा दल में मांझी के एलईओ राजेश कुमार सिन्हा, बनियापुर एलईओ संतोष कुमार व एकमा के एलईओ देव शंकर बेदी आदि शामिल थे.