PATNA DESK – बिहार में एक बार फिर तमिलनाडु गैंग सक्रिय गया है. यह गैंग बिहार पुलिस की नींद उड़ा रहा है. ताजा मामला बिहार के पटना से आया है. आपको बता दें कि इस गैंग के सदस्य मूल रूप से तमिलनाडु के रहने वाले हैं. बताया जा रहा है कि इस गैंग के सदस्य अलग-अलग शहरों में घूम-घूम कर वारदात को अंजाम देते हैं. इस गैंग के सदस्य उन कारों को निशाना बनाते हैं, जिनमें बैग रखे होते हैं. टार्गेट तय करने के बाद इस गिरोह के सदस्य सक्रिय हो जाते हैं. घटना में शामिल होने वाले सभी सदस्यों की अलग-अलग जिम्मेदारियां पहले से ही होती हैं.
बताया जाता है कि जब कोई ड्राइवर किसी काम के लिए रुकता है तो ये अपराधी खिड़की का शीशा तोड़कर कार में रखे बैग को चुरा लेते हैं. कई बार ये लोग ड्राइवर को इंजन में खराबी या टायर पंचर होने की जानकारी देकर उसे रोक देते हैं. जैसे ही ड्राइवर कार की जांच करने के लिए नीचे उतरता है, ये बैग लेकर फरार हो जाते हैं. दरअसल, राजधानी पटना के कंकड़बाग में कुछ बदमाशों ने पत्रकार नगर के रहने वाले सूरज कुमार को धोखा देकर उनकी कार से बैग चुरा लिया.
पुलिस के अनुसार, सूरज कुमार अपनी कार से कंकड़बाग से जा रहे थे. 90 फीट रोड पर एक बाइक सवार ने बताया कि उनकी कार से मोबिल गिर रहा है. जिसके बाद सूरज नीचे उतरकर इंजन की जांच करने लगा. उसी दौरान बदमाश कार से बैग लेकर फरार हो गए. सूरज के अनुसार, बैग में 5000 रुपये और लैपटॉप था. वारदात के बाद सूरज ने कंकड़बाग थाने में शिकायत दर्ज कराई है. वहीं 10 फरवरी को गर्दनीबाग इलाके में प्रोपर्टी डीलर की कार का शीशा तोड़कर बैग में रखे करोड़ों के एग्रीमेंट और रजिस्ट्री के कागजात गायब कर दिए गए थे.
13 फरवरी को इस गैंग के बदमाशों ने सचिवालय थाना के हड़ताली मोड़ के पास एलआईसी की महिला अधिकारी की कार को अपना निशाना बनाया था. महिला अधिकरी जब सब्जी खरीदने उतरी थी, उसी दौरान गिरोह के सदस्यों ने कार से बैग गायब कर दिया था. बैग में 55 हजार रुपये, सोने की चेन, मोबाइल फोन और जरूरी दस्तावेज थे. वहीं 15 फरवरी को कोतवाली थाने के रविदास आश्रम के पास से बदमाशों ने कार का शीशा तोड़ कपड़ा दुकानदार का 50 हजार और कागजात से भरा बैग चुरा लिया था.