चुनाव से पहले होने वाला था बड़ा खेला, पुलिस ने किया नाकाम ; 2.2 करोड़ की श’राब, 1.5 करोड़ का ड्र’ग्स और ढेर सारी नोटों की गड्डी जब्त

चुनाव से पहले होने वाला था बड़ा खेला, पुलिस ने किया नाकाम ; 2.2 करोड़ की श’राब, 1.5 करोड़ का ड्र’ग्स और ढेर सारी नोटों की गड्डी जब्त

GOPALGANJ DESK – गोपालगंज लोकसभा चुनाव का बिगुल बजते ही आदर्श आचार संहिता पिछले 16 मार्च को ही लग गयी है. इसके बाद से गोपालगंज में सघन तलाशी अभियान भी शुरू हो गया. लोकतंत्र में अर्थतंत्र पर करारा प्रहार करने को लेकर जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम मो मकसूद आलम द्वारा एजेंसियों को जिम्मेदारी दे दी गयी है. इसके बाद एजेंसी भी अपना दायित्व का बखूबी निर्वहन कर रही है. गोपालगंज में 25 मई को मतदान होना है, इससे पहले हर स्तर पर कार्रवाई तेज कर दी गयी है.

चुनाव शांतिपूर्ण, स्वच्छ, भयमुक्त, निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराये जाने को लेकर आलाधिकारी कमर कस चुके हैं.चुनाव में धन-बल का इस्तेमाल किस तरह होता है, यह एजेंसियों की सख्ती के बाद देखने को मिल रहा है. नकद रुपये के साथ शराब, ड्रग्स आदि का खेल भी बड़े पैमाने पर चल रहा है. हालांकि डीएम व एसपी इन शराब व ड्रग्स माफियाओं के खेल को बिगाड़ने में लगे हुए हैं. पुलिस प्रशासन की कार्रवाई से इन माफियाओं के मनोबल पर पानी फिर रहा है. सख्ती इतनी है कि इन माफियाओं के मंसूबे सफल नहीं हो पा रहे हैं.

जिले में करोड़ों रुपये की शराब, ड्रग्स समेत नकदी जब्त किये जा चुके हैं. एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि चुनाव को लेकर जिला प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है. जिले में आदर्श आचार संहिता के प्रभावी होने से लेकर अब तक विभिन्न इन्फोर्समेंट एजेंसी व उड़नदस्ता दल (फ्लाइंग स्क्वाॅयड) के द्वारा कुल सात करोड़ 80 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की गयी है. आंकड़ों पर गौर करें तो इनमें 4345180 रुपये नकद, 22261104 रुपये मूल्य की शराब, 10566870.6 रुपये मूल्य का ड्रग्स,

1537000 रुपये का लोहा, 360000 रुपये की कीमत का हथियार, 34750000 रुपये की कीमत के 261 वाहन जब्त किये गये हैं. एजेंसियों की सख्ती यह दर्शाती है कि किस प्रकार से चुनाव में लोकतंत्र में अर्थदंड भारी है. वहीं आदर्श आचार संहिता का पालन कराने के लिए कुल 36 टीमें बनायी गयी हैं. जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा गठित टीमें लगातार एक्टिव है और वाहनों की जांच करने के साथ छापेमारी कर रही है. प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में तीन-तीन फ्लाइंग स्क्वॉयड (एफएसटी) टीमें बनायी गयी हैं. वहीं, तीन-तीन स्टैटिक सर्विलांस टीम (एसएसटी) का गठन किया गया है, जो आदर्श आचार संहिता उल्लंघन पर कड़ी नजर रखेगी. प्रत्येक दल के साथ वीडियाेग्राफर दिया गया है.

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