CHHAPRA DESK – भोजपुरी के शेक्सपियर भिखारी ठाकुर की पुण्यतिथि आज पूरी तरह प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार रही. प्रशासनिक स्तर पर जिला प्रशासन की तरफ से वहां साफ-सफाई भी नहीं कराई गई. जिसको लेकर भोजपुरी मंच से जुड़े कलाकारों में क्षोभ भी देखने को मिला. शहर के प्रवेश स्थल भिखारी ठाकुर चौक पर कोई भी वरीय प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचा. वही भिखारी ठाकुर के संस्थान से जुड़े कुछ वरीय लोग जरूर वहां पहुंचे और भिखारी ठाकुर के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. भिखारी ठाकुर लोक कला संस्कृति लोक साहित्य एवं संस्कृति महोत्सव के महासचिव डॉक्टर लाल बाबू यादव, डॉ हरेंद्र सिंह सीपीएस के डायरेक्टर,
डा रामजन्म मिश्र कुलपति विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ भागलपुर, आचार्य शारंगधर और उनके परपौत्र राकेश ठाकुर समेत लगभग आधा दर्जन व्यक्ति ने ही यहां पर माल्यार्पण किया. वही आज पुण्यतिथि के दिन यहां पर ना तो साफ सफाई थी और ना ही कोई अन्य व्यवस्था. इससे उन लोगों में काफी आक्रोश भी देखने को मिला. वही इस संस्थान से जुड़े लोगों ने कहा कि भिखारी ठाकुर के पुण्यतिथि पर इस तरह प्रशासनिक उपेक्षा कि हम लोग घोर निंदा करते हैं. भिखारी ठाकुर जैसे लोक कलाकार को लोगों ने उपेक्षित कर दिया है.