CHHAPRA DESK – समान काम, समान वेतन, समान नियम व फेस अटेंडेंट की व्यवस्था लागू होने से नाराज संविदा पर नियुक्त एनएचएम कर्मियों ने स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए छपरा सदर अस्पताल के मुख्य गेट से प्रदर्शन जुलूस निकाला जो कि अस्पताल परिसर का भ्रमण का सिविल सर्जन कार्यालय पहुंचा, जहां पर उन लोगों ने जमकर नारेबाजी की. बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले जिले के सभी ब्लॉक से सदर अस्पताल पहुंचे एनएचएम कर्मियों द्वारा अपनी मांगों को लेकर एक अल्टीमेटम सिविल सर्जन को सौंपा गया.
उस दौरान सिविल सर्जन को घेरते हुए उनलोगों ने कुछ देर के लिए अपनी मांगों व भेदभाव वाले रवैया के प्रति जमकर नारेबाजी की. वही रैली निकाल कर मांग को पूरा नही करने पर आंदोलन की भी बात कही. साथ ही इस संदर्भ में सीएचओ सोनू ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा हम लोगों के प्रति सही रवैया नहीं दिखाई दे रहा है. उन्होंने मांग किया है कि समान कार्य के बदले समान वेतन दिया जाये, अप्रैल से अब तक मानदेय का भुगतान अविलम्ब किया जाए तथा हर माह के अंतिम तिथि को मानदेय भुगतान करना सुनिश्चित किया जाये.
उन्होंने कर्मियों के लिए स्मार्ट फोन से FRAS विधि से उपस्थिति दर्ज करने के अव्यवहारिक एवं अविवेकपूर्ण आदेश को अविलम्ब निरस्त करने, स्वास्थ्य उप केन्द्रों पर स्थाई भवन, आवासीय सुविधा, शौचालय, स्वखंड पेयजल, बिजली, WI-FI इंटरनेट जैसी बुनियादी सुविधा सुनिश्चित करने, राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार द्वारा निर्गत आदेश को देखते हुए मानदेय बढ़ोत्तरी के दोषपूर्ण आदेश में अविलम्ब सुधार करने, NHM के सभी कर्मियों पर अशोक चौधरी की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय
समिति की अनुशंसाओं को लागू करने, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संविदा पर कार्यरत सभी कर्मियों को बिना शर्त राज्य कर्मी का दर्जा देने, अन्य कर्मियों की भाँति CHO को भी सामान रूप से मानदेय में वृद्धि एवं अन्य सुविधाओं का लाभ देने की मांग शामिल हैं. वहीं 46वें, 47वें एवं 48वें श्रम सम्मेलन के अनुशंसा के आलोक में न्यूनतम वैधानिक मजदूरी का भुगतान सभी संविदा कर्मियों को शामिल करने की मांग शामिल हैं.