जैविक कॉरिडोर के तहत कृषकों को जैविक विधि से खेती करने का दिया गया प्रशिक्षण

जैविक कॉरिडोर के तहत कृषकों को जैविक विधि से खेती करने का दिया गया प्रशिक्षण

 

CHHAPRA DESK –  बिहार राज्य जैविक मिशन के तहत प्रायोजित जैविक कॉरिडोर योजना के तहत सारण जिले के अमनौर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत कोड़ेया पंचायत के बसौता गांव में मंगलवार को एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. उस दौरान कृषकों को जैविक विधि से खेती करने की जानकारी दी गई. जैविक प्रशिक्षण में मौजूद जिला से आये प्रशिक्षण पदाधिकारी दीपक कुमार ने किसानों को बताया कि रासायनिक की जगह जैविक खाद का भी उपयोग कर किसान खेती से अच्छा फसल उत्पादन कर सकते हैं. जैविक खेती से प्राप्त फसल का उपयोग स्वस्थ जीवन के लिए भी महत्वपूर्ण है. जैविक खेती बदलते मौसम के अनुकूल तथा जंगली पशु, नीलगाय, बंदर से पूर्णतः सुरक्षित व फायदेमंद है.

इसलिए आज जागरूक किसान जैविक खेती की ओर बढ़ रहे है. कुछ किसानों को जैविक खेती के बारे में जानकारियां नहीं है. इसलिए सरकार के द्वारा किसानों को प्रशिक्षण देकर जागृत किया जा रहा है. प्रशिक्षण में जैविक खेती के बीज़ामृत, जीवामृत, घन जीवामृत, निमास्त्र, अग्नि अस्त्र, ब्रम्हास्त्र, ट्राइकॉडर्मा, जैव उर्वरक, पौधा सुरक्षा हेतु जैविक विधियों को अपनाने एवं उपयोग की विधि की जानकारी दी गई. इस मौके पर आई सी एस मैनेजर प्रमोद रंजन, कॉरिडोर इंटर्नल इंस्पेक्टर अविनाश कुमार, शरीफ़ अंसारी, अजय कुमार सिंह, संजीव सुमन, प्रशांत कुमार सिंह, राकेश कुमार, राजेंद्र प्रसाद, मनदीप कुमार, अभिमन्यु कुमार, घनश्याम मिश्रा, अमरेश कुमार, जीतेन्द्र सिंह, रामाधार यादव आदि सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे.

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