CHHAPRA DESK – समाज कल्याण के अंतर्गत संचालित योजनाओं को दुरुस्त किया जाएगा. विशेष दत्तक केंद्र, पर्यवेक्षक केंद्र रिमांड होम कस्तूरबा गांधी में पढ़ने वाले बच्चों एवं आंगनबाड़ी योजना के तहत संचालित केंद्रों की अव्यवस्था को दूर किया जाएगा. उक्त बातें राज्य बाल संरक्षण इकाई के सदस्य डॉ हुलेश मांझी ने स्थानीय परिसदन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही. बता दें कि बाल संरक्षण इकाई के सदस्य श्री मांझी छपरा दौरे पर आए थे. प्रेस मीडिया को संबोधित करते हुए बाल संरक्षण इकाई के सदस्य ने कहा कि जिला के लगभग 10 केंद्रों का दौरा कर सरकार द्वारा दी जा रही योजनाओं का हकीकत जाने का प्रयास किया.
जिला में कुछ संस्थान बेहतर कार्य कर रही है, तो कुछ केंद्रों में अव्यवस्था का आलम है. जनहित के आलोक में इस व्यवस्था को दुरुस्त करना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि जहां-जहां मैंने दौरा किया है उनके कर्मियों को मैंने रजिस्टर में दर्ज कर दिया है, और सरकार को भी और अवगत कराया जाएगा. सदस्य श्री मांझी ने पत्रकारों से बात करते हुए यह भी कहा कि विशेष दत्तक गृह की स्थिति बेहतर है, यहां की व्यवस्था संतोषजनक है. जबकि पर्यवेक्षण गृह रिमांड होम की स्थिति काफी दयनीय है, बिल्डिंग की स्थिति जर्जर है, छत से पानी छू रहा है. यहां पूरी तरह अव्यवस्था का आलम है. उन्होंने कहा कि विशेष विद्यालय के बच्चों को दूसरे जगह शिफ्ट किया जाय.
कानूनी प्रावधानों को फास्ट कर सरल सहज तारिक अपना कर बच्चों को जल्द फ्री की जाए. राज्य बाल संरक्षण इकाई के सदस्य ने कहा कि इन बच्चों की बुनियादी सुविधा मुहैया कराइ जाए और पदाधिकारी नियमित रूप से निरीक्षण करें. पर्यवेक्षण गृह की अव्यवस्था पर असंतोष जाहिर करते हुए नाराजगी भी जताया. उन्होंने कहा कि विशेष दत्तक गृह से एक बच्चे को इलाज के लिए आईजीएमएस रेफर किया गया है और और एक बच्चे का इलाज स्थानीय स्तर पर चल रहा है, यहां कुल सात बच्चे हैं. वार्ता करते हुए सदस्य श्री मांझी ने कहा कि शेरपुर बालिका गृह की व्यवस्थाएं ठीक नहीं है. साफ सफाई का भी अभाव है. छत से पानी टपक रहा है. मच्छरदानी का भी अभाव है. उन्होंने कमियां को दूर करने का निर्देश देते हुए कहा कि सरकार को अवगत कराया जाएगा.
जबकि भगवान बाजार स्थित मध्य विद्यालय काशी बाजार एवं प्राथमिक विद्यालय श्याम चक का भी निरीक्षण किया. इसमें पाया गया कि कहीं शिक्षकों की संख्या ज्यादा है तो बच्चे कम है, और जहां बच्चे ज्यादा है वहां शिक्षकों की कमी है. जिला शिक्षा पदाधिकारी को इस पर ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय भैंसमारा की प्रशंसा करते हुए कहा कि यहां की व्यवस्था से सीख लेने की जरूरत है, और जिला में संचालित केंद्रों का इसका अनुसरण करना चाहिए. प्रेस मीडिया से बात करते हुए कहा कि जहां भी कमियां है उसे दूर किया जाएगा और सरकार को अवगत कराया जाएगा ताकि लचर व्यवस्था को दुरुस्त किया जा सके. प्रेस वार्ता में जादू जिला अध्यक्ष अल्ताफ आलम राजू, नीरज राम, सुनील प्रभाकर, पशुपतिनाथ पटेल, इंजीनियर प्रभास शंकर एवं फिरोज आलम सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे.