मोबाइल चोरी कर अकाउंट कर देते थे खाली ; फोन-पे नंबर से पुलिस ने तीन साइबर अपराधियोंको किया गिरफ्तार

मोबाइल चोरी कर अकाउंट कर देते थे खाली ; फोन-पे नंबर से पुलिस ने तीन साइबर अपराधियोंको किया गिरफ्तार

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CHHAPRA DESK – बिहार में साइबर ठगी के मामले काफी बढ़े हैं. बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन या भीड़-भाड़ वाली जगहों पर साइबर अपराधियों का गैंग एक्टिव है. वही नित्य नए-नए जुगत लगाकर साइबर अपराधी ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. ताजा मामला मोबाइल चोरी कर ठगी को अंजाम देने का है. गैंग के सदस्य भीड़ का फायदा उठाकर यात्रियों का मोबाइल चुरा लेते हैं. उसके बाद मोबाइल पर एक्टिव फोन-पे या गूगल-पे से पैसा अपने खातों में ट्रांसफर कर लेते हैं. साइबर पुलिस ने गैंग के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. साथ ही 4 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने भागलपुर, बांका, हाजीपुर और पटना सिटी में छापेमारी की. सबसे पहले बांका से नीतीश और शिलधर मंडल की गिरफ्तारी हुई. दोनों की निशानदेही पर पटना सिटी से रौशन को गिरफ्तार किया. नीतीश रिश्ते में शिलधर मंडल का साला है. तलाशी के दौरान 9 मोबाइल और कैश बरामद हुआ है.

फोन-पे से भेजा 24 हजार रुपए

4 फरवरी को रोहित कुमार ने दानापुर से हाजीपुर जाने के लिए ट्रेन पकड़ी। दानापुर-सहरसा एक्सप्रेस में सवार हुए. ट्रेन उस समय प्लेटफॉर्म पर ही खड़ी थी. समय देखने के लिए पैकेट से मोबाइल निकाला. इस दौरान सामने की सीट पर बैठा लड़का एक झटके में मोबाइल छीनकर गाड़ी से नीचे उतर गया. पीड़ित ने मामले की जानकारी जीआरपी को दी। इसके बाद नया सिम खरीदा. 24 घंटे में सिम एक्टिवेट होने के बाद खाते से 24 हजार निकालने का मैसेज आया. ट्रांजेक्शन हिस्ट्री में फोन-पे नंबर मिला, जिस पर रुपए ट्रांसफर किए गए थे. इसके बाद मामले की जानकारी साइबर थाने को दी गई.

पुलिस ने फोन-पे नंबर से पकड़ा

केस दर्ज होने के बाद साइबर पुलिस ने फोन-पे नंबर को लोकेट किया. लगातार लोकेशन चेंज हो रहा था. रोहित के नंबर से शातिर ने विवेक को पैसा भेजा था। तीन दिनों तक कई इलाकों में छापेमारी कर पुलिस उसका पीछा करते हुए बांका पहुंची. जो अपने इलाके में कैफे चलाता था।पूछताछ में उसने बताया कि पैसा निकालकर शिलधर मंडल को दिया है. इसके बदले मुझे 1000 रुपए मिले हैं. पुलिस ने उसे बांड भरवाकर छोड़ दिया.

इसके बाद शिलधर मंडल को गिरफ्तार किया. शिलंधर ने बताया कि उसने पैसा अपने साले नीतीश के खाते में डाल दिया है. मुझे 2000 रुपए मिले हैं. इसके बाद नीतीश की गिरफ्तारी हुई. नीतीश ने पुलिस को बताया कि पटना सिटी के रौशन इस काम के लिए 15% देता है. शिलधर इस गैंग का सदस्य है. उसका काम दूसरों के खाते में झूठ बोलकर पैसा मंगाना था. कुछ रुपए अपने पास रखकर बाकी नीतीश को भेज देता था. फिलहाल पुलिस तीनों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है.

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