CHHAPRA DESK – वक्फ बिल के खिलाफ देशभर में मुसलमानों का आक्रोश जारी है. इसी क्रम में आज छपरा में भी मुस्लिम समुदाय के लोग शहर के नगर पालिका चौक पर धरना पर बैठ गए. जहां उनके द्वारा विरोध जताया गया. न्याय फाइटिंग फॉर द पीपुल संस्था के बैनर तले आयोजित इस धरना में इस बिल का जमकर विरोध किया गया. धरने पर बैठे लोगों ने सरकार द्वारा वक्फ बिल 2024 में किए जा रहे संशोधन पर प्रकाश डाला और बताया कि ये बिल कहीं से भी सही नहीं है. उन्होंने कहा कि संविधान के द्वारा जो उन्हें अधिकार दिया गया है, उसमें यह हस्तक्षेप है और संविधान का उल्लंघन भी है. जिसे देश की मुस्लिम जनता कभी कबूल नहीं करेगी.
धरना को संबोधित करते हुए संस्था के संस्थापक महासचिव मो सुल्तान हुसैन इदरीसी ने कहा कि देश को सरकार द्वारा बांटने और नफरत फैलाने का काम किया जा रहा है. जिसके लिए हर बार कुछ न कुछ विवादित मामला कर दिया जा रहा, ताकि देश की जनता उलझी रहे. देश की जनता भुखमरी और बेरोजगारी से ग्रस्त है. परन्तु, सरकार इसके लिए कानून लाने का छोड़ उन सब चीजों के लिए कानून ला रही है जिसके लिए उनसे मांग भी नहीं की जाती. परंतु सिर्फ देश के अंदर नफरत फैलाने के लिए ये सरकार ये सब कार्य कर रही है. सुल्तान इदरीसी ने लोक सभा और राज्य सभा के उन सभी सम्मानित सदस्यों का शुक्रिया अदा किया जिन्होंने ने इस बिल के खिलाफ वोटिंग किया.
वो सभी सदस्य गांधी को मानने वाले है. देश के जनता की आपस में बांटने का काम सरकार कर रही है. सरकार जनता के समस्याओं के निष्पादन के लिए कानून बनाने के लिए होता है और यह सरकार सिर्फ जनता को परेशान करने के लिए काम कर रही है. जिसका विरोध संवैधानिक तरीके से की जाएगी और इसकी लड़ाई कोर्ट में भी लड़ी जाएगी.
धरना को रिजीविया मदरसा के मौलाना रज्जबुल कादरी ने भी संबोधित करते हुए बताया कि सरकार सिर्फ मुसलमानों को परेशान करने के नीयत से बिल ला रही है और इस बिल के बहाने मुसलमानों के वक्फ जमीनों को कब्जा करने की साजिश रच रही है. उन्होंने इस बिल को पास करवाने में साथ देने वाले नीतीश कुमार और सहयोगियों को भी चुनाव में सबक सिखाने की बात कही.
वहीं साहेबगंज जमा मस्जिद के इमाम मौलाना मो हामिद रजा ने वक्फ बिल को पढ़ कर बताया और कहा कि इस बिल में गड़बड़ी की गई है. उन्होंने कहा कि इस बिल के माध्यम से सरकार वक्फ की संपतियों को हड़पना चाहती है. जिसका विरोध संवैधानिक तरीके से किया जा रहा है और आगे भी किया जाएगा. धरना को नवाजिश नेहाल जफर सिद्दीकी, शादाब मजहरी तथा अन्य ने संबोधित किया और बिल को वापस लेने की मांग की.