CHHAPRA DESK – छपरा शहर में दिनदहाड़े हथियारबंद अपराधियों ने बाहुबली पूर्व सांसद के गैस गोदाम पर लाखों की लूट की घटना को अंजाम दिया है. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है. वही इस लूट के बाद जिले में चर्चाओं का बाजार गर्म है. क्योंकि, यह गैस एजेंसी पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के पुत्र अभिलेश सिंह का है. घटना छपरा शहर के भिखारी ठाकुर चौक के समीप स्थित शिव भवानी एचपी गैस एजेंसी गोदाम का है. जहां गोदाम पर गैस का वितरण हो रहा था. उसी बीच बाइक से पहुंचे तीन की संख्या में हथियार बंद अपराधियों ने पिस्तौल के बल पर गोदाम मैनेजर को कवर करते हुए उससे लूट की घटना को अंजाम दिया है.
इस संबंध में गैस गोदाम के इंचार्ज ने नगर थाना में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. उन्होंने बताया कि गैस गोदाम पर गैस सिलेंडरों की बिक्री हो रही थी. उसी दौरान अपाचे बाइक पर सवार तीन अपराधी गोदाम में घुसे और हथियार दिखाकर कैश कलेक्शन की पूरी राशि लूट कर फरार हो गए. उसके द्वारा नगर थाना को दिए गए आवेदन में बताया गया है कि अपराधियों ने हथियार के बल पर धावा बोलते हुए कुल 5 लाख 45 हजार 874 रुपये लूटकर फरार हो गए. सूचना के बाद नगर थाना पुलिस दलबल के साथ मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन प्रारंभ की. वही गैस गोदाम के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है.
सुबह से ही अपराधी कर रहे थे गैस गोदाम की रेकी
इस घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि अपराधी सुबह से ही गैस गोदाम की रेकी कर रहे थे. जैसा कि सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई, जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि अपराधी सुबह से ही गैस गोदाम के आसपास रेकी कर रहे थे. भीड़भाड़ और वाहनों की आवाजाही का निरीक्षण करने के बाद जैसे ही मौका मिला और गोदाम पर भीड़ कम हुई, वैसे ही अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया. घटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी डॉ कुमार आशीष, एएसपी राजकिशोर सिंह और नगर इंस्पेक्टर संजीव कुमार मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली. घटनास्थल पर लगे कैमरे से अपराधियों की भागने की दिशा की भी पहचान की गई है.
शहर में सनसनी, पुलिस अलर्ट
दिनदहाड़े हुई इस लूट की घटना से पूरे छपरा शहर में सनसनी फैल गई है. आम लोगों मे चर्चा भी जारी है. पुलिस प्रशासन ने जल्द अपराधियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है और विभिन्न संभावित ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी गई है.
फिलहाल पुलिस संदिग्धों की पहचान और उनकी गिरफ्तारी के लिए तकनीकी पहलुओं से जांच में जुटी हुई है.