CHHAPRA DESK – जयप्रकाश विश्वविद्यालय परिसर में आरएसए के आंदोलन के पांचवे दिन शुक्रवार को बुद्धि शुद्धि यज्ञ एवं धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया गया. यज्ञ में वेद मंत्रों के उच्चारण के बीच आहुतियां दी गईं. आयोजकों ने बताया कि इसका उद्देश्य विश्वविद्यालय प्रशासन की “बुद्धि शुद्धि” कर उसे सकारात्मक दिशा देना है. बताते चलें की पिछले 8 सितंबर से जारी आर एस ए का आंदोलन लगातार पांचवे दिन भी जारी रहा. हालांकि शुरूआत में प्रतीकात्मक विरोध के बाद बुधवार से छात्रों के विरोध का तरीका बदल गया। 10 सितंबर की रात से आंदोलन में शामिल आरएसए कार्यकर्ता विवि परिसर में अनशन पर बैठ गए हैं.
आरएसए नेताओं ने कहा कि तीन दिनों से छात्र कार्यकर्ता अनशन पर बैठे हैं, लेकिन विवि प्रशासन अब तक वार्ता के लिए आगे नहीं आया है. नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि समस्याओं का समाधान शीघ्र नहीं हुआ तो आंदोलन को जिला और राज्य स्तर तक व्यापक किया जाएगा. अनशनकारी छात्रों ने 14 प्रमुख माँगे रखी हैं, जिनमें नामांकन और परीक्षा शुल्क में पारदर्शिता, लंबित अंक पत्र व परिणाम की उपलब्धता, विशेष परीक्षा का आयोजन, प्रयोगशालाओं व खेल सुविधाओं की नियमितता और विश्वविद्यालय परिसर में हेल्प डेस्क की स्थापना प्रमुख हैं.
प्रदर्शन में प्रशांत बजरंगी, उज्जवल कुमार सिंह, सुजीत दुबे, आशीष यादव उर्फ गुलशन यादव, विवेक कुमार विजय, विशाल सिंह, परमजीत सिंह कुशवाहा, परमेंद्र सिंह, अमरेश सिंह, सौरभ गोलू, आशीष कुमार, आकाश सिंह, अंकित सिंह, मनीष पाण्डेय, अशोक पाण्डेय, आशुतोष मिश्रा, उत्कर्ष पाण्डेय, रमेश यादव, कर्णजीत कुशवाहा, रमेश मांझी, दीपा पाण्डेय, पुतुल कुमारी और संध्या कुमारी सहित दर्जनों छात्र कार्यकर्ता शामिल हुए.