CHHAPRA DESK – भारत सनातन धर्म का देश है. जहां की बहुसंख्यक आबादी सनातनी है लेकिन देश की राजनीति में सनातन विचारधारा की राजनीति नहीं है. राजनीति से सनातनियों के मुद्दे गायब है. सनातनियों का पहला मुद्दा है देश में गौ हत्या बंद हो. इसलिए, आगामी चुनावों में सनातनियों का वोट सनातन के मुद्दे गौ माता के लिए होना चाहिए. चुनाव में आपके दरवाजे पर जो भी वोट मांगने आए उससे पहले आप गौ हत्या नहीं करने का शपथ पत्र ले. उक्त बातें जगद्गुरू शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने आज छपरा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जगद्गुरू शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि सनातनियों के देश में जहां गौ माता को माता माना गया है
लेकिन देश का दुर्भाग्य है कि भारत सनातनियों का देश होने के बावजूद भी देश में गौ हत्या बंद नहीं हुई है. देश में गौ हत्या बंद नहीं होने से गौ हत्या का पाप हम सनातनियों को भी लगेगा. क्योंकि, हम अपने वोट से ऐसी सरकार बना रहे हैं जो गौ हत्या बंद नहीं करवा रही हैं तो ऐसे में देश में होने वाली गौ हत्या के पाप के भागीदार हम लोग भी हैं. इसलिए आगामी चुनावों में जो ऐसी सरकार के लिए वोट करें जो गौ माता के लिए काम करें. क्योंकि, गौ माता में 33 करोड़ देवी देवताओं का वास माना जाता है.
सभ्य लोग सभ्यता से अपनी बात रखते हैं
पूर्व सांसद प्रज्ञा ठाकुर द्वारा गैर हिन्दुओं की ठुकाई पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जगद्गुरू शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि सबके विचार प्रकट करने अपने तरीके हैं. यदि कहीं हिन्दू धर्म का कार्यक्रम हो रहा है तो पहले तो वहां दूसरे लोग क्यों जाएं. यदि कोई आ भी गया तो उसको मारकर क्यों भगाएं. सभ्य लोग सभ्य तरीके से अपनी बात रखते हैं. सभ्य समाज में मारपीट का कोई स्थान नहीं होता है. यदि किसी को कही आने से रोकना है तो उसके अन्य तरीके हैं. मारपीट कोई समाधान नहीं है. यदि कोई आता भी है तो हिन्दू बनकर आएं कोई हिन्दू बनकर आता है तो उसका स्वागत है.