आजीवन सजा के बाद भी दोनों हत्यारों के चेहरे पर तनिक भी नहीं था शिकन ; दिखाया विक्ट्री सिंबल

आजीवन सजा के बाद भी दोनों हत्यारों के चेहरे पर तनिक भी नहीं था शिकन ; दिखाया विक्ट्री सिंबल

CHHAPRA DESK – सारण जिले के रसूलपुर थाना अंतर्गत धनाडीह गांव में बीते 16 जुलाई की मध्य रात्रि करीब 2:00 बजे स्थानीय निवासी तारकेश्वर सिंह उर्फ़ झाबर सिंह उनकी 17 वर्षीय पुत्री चांदनी कुमारी एवं 15 वर्षीय पुत्री आभा कुमारी की सोये अवस्था में ही चाकू गोद कर हत्या कर दी गई थी. इस घटना को उसी गांव के रहने वाले दो युवक सुधांशु कुमार राम उर्फ रौशन एवं अंकित कुमार राम के द्वारा चाकू से गोद-गोद कर अंजाम दिया था. उस मामले में डीएनएस कानून के तहत सारण एसपी डॉक्टर आशीष कुमार के द्वारा 14 दिन में आरोप पत्र समर्पित किया गया था. वही कोर्ट ने 48 दिन में दोनों हत्यारे को आजीवन कारावास की सजा के साथ 25000 आर्थिक दंड भी सुनाया है.

लेकिन, सजा सुनाए जाने के बाद जब दोनों कोर्ट से कैंपस में बाहर निकले तो दोनों के चेहरे पर तनिक भी शिकन नहीं था. उनके चेहरे पर आजीवन का कोई भय नहीं था. एक ने तो उंगली से विक्ट्री का सिंबल भी दिखाया. शायद ! फांसी की सजा नहीं होना उनके लिए खुशी का कारण था. दोनों मुस्कुराते हुए कोर्ट परिसर से कैदी वैन में सवार हुए. उस दौरान कोर्ट परिसर में काफी गहमा गाहमी का माहौल रहा, क्योंकि सभी की निगाहें दोनों हत्यारे के सजा पर टिकी हुई थी.

14 दिन में कोर्ट में आरोप पत्र किया गया था समर्पित

तिहरे हत्या के 14 दिन में पुलिस के द्वारा कोर्ट में आरोप पत्र समर्पित कर दिया गया. वहीं स्पीडी ट्रायल चला कर आज 22वें दिन कोर्ट ने उन्हें दोषी करार दिया था. वहीं आज 5 सितंबर को उन्हें कोर्ट के द्वारा सजा सुनाई गई.


प्रेम प्रसंग में की गई थी हत्या

बता दें कि बीते 17 जुलाई को जिले के रसुलपुर थानान्तर्गत धानाडीह गांव में स्थानीय निवासी तारकेश्वर सिंह उर्फ झाबर सिंह एवं उनकी दो पुत्री 17 वर्षीय चांदनी कुमारी एवं 15 वर्षीय आभा कुमारी की सोये अवस्था में ही हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया था. वहीं तिहरे हत्याकांड की चश्मदीद गवाह तारकेश्वर सिंह उर्फ़ झाबर सिंह की पत्नी व 17 वर्षीय चांदनी कुमारी एवं 15 वर्षीय आभा कुमारी की मां शोभा देवी के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी.

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