CHHAPRA DESK – सारण जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने की दिशा में हो रहे प्रयास अब रंग लाने लगे हैं. केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत के अंतर्गत राज्यस्तरीय रैंकिंग में सारण जिले ने पहला स्थान हासिल किया है. इस उपलब्धि के लिए जिले को 80.9 प्रतिशत अंक मिले हैं, जो स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता और सेवाओं की गुणवत्ता को दर्शाता है. इस रैंकिंग में कई मापदंड शामिल थे, जिनमें आयुष्मान कार्ड निर्माण, लाभार्थियों की पहचान, उपचार संख्या, निजी अस्पतालों की सूचीबद्धता और फॉलोअप सेवाएं प्रमुख थीं. इन सभी में सारण का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा.
निजी अस्पतालों को सूचीबद्ध करने में भी अव्वल
निजी अस्पतालों को आयुष्मान योजना में सूचीबद्ध कराने के मामले में भी सारण ने बेहतर प्रदर्शन किया है. इस वर्ष चार नए निजी अस्पतालों को इस योजना से जोड़ा गया है. सूचीबद्धता के मामले में पटना के बाद सारण राज्य में दूसरे स्थान पर है. इस वित्तीय वर्ष में सारण जिले में सबसे अधिक 130 मरीजों का इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत किया गया है.
इससे स्पष्ट है कि जिले में न केवल योजना को प्रभावी रूप से लागू किया गया है, बल्कि लाभार्थियों को वास्तविक लाभ भी मिल रहा है. इस उपलब्धि के पीछे जिले के स्वास्थ्य विभाग की टीम की मेहनत और योजनाओं का जमीनी स्तर पर बेहतर क्रियान्वयन है. जिलाधिकारी अमन समीर, सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा, डीपीएम अरविन्द कुमार से लेकर प्रखंड स्तरीय चिकित्सा अधिकारियों, बीएचएम, प्रभारी जिला समन्वयक अभिनय कुमार की टीम ने मिलकर बेहतर तालमेल से यह उपलब्धि हासिल की है.
27 लाख से अधिक लाभार्थियों का कार्ड बनाने का लक्ष्.
सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि जिले में 27 लाख 61 हजार 472 लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है. अब तक 12 लाख 89 हजार 488 लाभार्थियों का कार्ड बनाया जा चुका है. वहीं 70 साल या उससे अधिक उम्र के 9960 लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाया गया है. सरकार का उद्देश्य हर नागरिक को बिना पैसे के इलाज की सुविधा उपलब्ध कराना है. प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना एंव मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है.