SIWAN / CHHAPRA DESK – सिवान जिले के हसनपुरा थाना क्षेत्र के अरजानीपुर गांव निवासी धनंजय सिंह की पत्नी मिन्ता देवी इन दिनों सुर्खियों में हैं. वैसे फिलहाल वह छपरा शहर के मुफस्सिल थाना अंतर्गत शक्ति नगर मोहल्ला में पति और बच्चों के साथ रह रही है. उसके पति छपरा में ऑटो चलाकर परिवार का भरण-पोषण रहे हैं. बीते दिन उसका पोस्टर लगा जर्सी पहनकर प्रियंका गांधी के द्वारा दिल्ली में प्रदर्शन किया गया था. जिसके बाद वह महिला काफी सुर्खियों में है. वजह है उनके वोटर आईडी में दर्ज जन्मतिथि—1900. यानि कागजों में उनकी उम्र 124 वर्ष हो गई है. हैरानी की बात यह है कि चुनाव आयोग ने इस ‘बुजुर्ग महिला’ को फर्स्ट टाइम वोटर लिस्ट में जगह दे दी.
जैसे ही यह मामला सामने आया, राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई और विपक्ष को सरकार पर निशाना साधने का नया मुद्दा मिल गया. बता दें कि मिन्ता देवी अपने पति धनंजय सिंह के साथ छपरा में रहती हैं और धनंजय सिंह यहां ऑटो चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं. दंपति ने बताया कि बच्चों की पढ़ाई के लिए गांव छोड़कर शहर में बसने का फैसला लिया था. छपरा के किराए के मकान में सादगी की जिंदगी जी रही मिन्ता देवी अब अचानक राष्ट्रीय चर्चा का विषय बन गई हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि गलती उनकी नहीं बल्कि चुनाव आयोग की है, जिसने गलत तरीके से जन्मतिथि 1900 दर्ज कर दी.
यह मामला सामने आने के बाद से दिल्ली की राजनीति में भी हलचल मच गई है. विपक्षी दल इसे सरकारी लापरवाही और चुनावी प्रक्रियाओं की खामियों का उदाहरण बताकर निशाना साध रहे हैं. उनका कहना है कि जब फर्स्ट टाइम वोटर की उम्र ही 124 साल दिखाई जा रही है, तो चुनावी आंकड़ों की विश्वसनीयता पर सवाल उठना लाजमी है. वहीं चुनाव आयोग के स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही मिन्ता देवी की जन्मतिथि में सुधार कर सही रिकॉर्ड दर्ज किया जाएगा. फिलहाल, यह मामला केवल प्रशासनिक चूक है या इसके पीछे कोई सियासी दांव, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है.
उधर, गांव और शहर दोनों जगह मिन्ता देवी चर्चा का विषय बनी हुई हैं. पड़ोसी और परिचित हंसते हुए कह रहे हैं कि वे ‘भारत की सबसे बुजुर्ग फर्स्ट टाइम वोटर’ हैं, जबकि मिन्ता देवी इस अनचाहे ‘रिकॉर्ड’ से निजात पाना चाहती हैं. सियासत में इस मुद्दे के कितने दिन तक गर्म रहने का अंदाजा तो समय ही बताएगा, लेकिन इतना तय है कि एक छोटी सी गलती ने एक साधारण महिला को राष्ट्रीय सुर्खियों में ला दिया है.