CHHAPRA DESK – पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. इस बीच बिहार के सिवान जिले के शरीकलपुर गांव ने एक बार फिर देश को गर्व करने का मौका दिया है. गांव के सपूत, एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी आज 1 मई 2025 से भारतीय वायुसेना के उप प्रमुख (वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ) की कमान संभालेंगे. यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है, जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. तिवारी की यह नियुक्ति न केवल बिहार, बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का क्षण है.
बता दें कि एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी का जन्म बिहार के सिवान जिले में हुआ है. उन्होंने नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए), पुणे से अपनी शिक्षा पूरी की और वहां प्रेसिडेंट गोल्ड मेडलिस्ट के रूप में उभरे. 7 जून 1986 को भारतीय वायुसेना में फाइटर पायलट के रूप में कमीशन प्राप्त करने के बाद श्री तिवारी ने 37 साल से अधिक के अपने करियर में 3,600 घंटे से ज्यादा उड़ान का अनुभव हासिल किया है. वह एक क्वालिफाइड फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और एक्सपेरिमेंटल टेस्ट पायलट हैं, जिन्होंने मिराज-2000 और स्वदेशी तेजस जैसे विमानों के साथ व्यापक हथियार परीक्षण में योगदान दिया है.
कई अहम जिम्मेदारियों के लिए पा चुके हैं सम्मान
श्री तिवारी ने नंबर 1 स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर के रूप में सेवा दी. HAL तेजस के टेस्ट फ्लाइंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और एयरक्राफ्ट एंड सिस्टम्स टेस्टिंग एस्टेब्लिशमेंट (ASTE) में चीफ टेस्ट पायलट के रूप में काम किया है. इसके अलावा, उन्होंने फ्रांस में भारतीय दूतावास में एयर अटैशे के रूप में भी अपनी सेवाएं दीं. उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए उन्हें 2008 में वायु सेना मेडल और 2022 में अति विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया. वर्तमान में, तिवारी गांधीनगर में साउथ वेस्टर्न एयर कमांड के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में कार्यरत हैं.
इस कमांड के तहत गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र और गोवा जैसे राज्य आते हैं. उनकी नई नियुक्ति के बाद, उनकी जगह मौजूदा ट्रेनिंग कमांड चीफ लेंगे. नर्मदेश्वर तिवारी की यह नियुक्ति भारतीय वायुसेना में एक बड़े नेतृत्व परिवर्तन का हिस्सा है. वह मौजूदा वाइस चीफ एयर मार्शल एसपी धारकर की जगह लेंगे, जो 30 अप्रैल 2025 को 40 साल से अधिक की शानदार सेवा के बाद सेवानिवृत्त हो रहे हैं. इसके साथ ही, एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित को चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ टू चेयरमैन चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी नियुक्त किया गया है. जबकि लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा को उत्तरी कमान का नया प्रमुख बनाया गया है. ये नियुक्तियां भारत की सैन्य रणनीति को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच तिवारी की नियुक्ति विशेष रूप से महत्वपूर्ण है. उनकी रणनीतिक सोच और अनुभव वायुसेना को नई दिशा प्रदान करने में सहायक सिद्ध होंगे. श्री तिवारी की इस उपलब्धि ने बिहार के लोगों में गर्व की भावना जगा दी है. सिवान, जिसे अक्सर “देशरत्न” डॉ राजेंद्र प्रसाद की धरती के रूप में जाना जाता है. अब एक और सपूत के कारण सुर्खियों में है. स्थानीय लोग और बिहारवासी श्री तिवारी को न केवल एक सैन्य अधिकारी, बल्कि एक प्रेरणा के रूप में देख रहे हैं. उनकी इस उपलब्धि ने युवाओं को यह संदेश दिया है कि मेहनत और लगन से किसी भी क्षेत्र में शिखर तक पहुंचा जा सकता है.