PATNA DESK – बिहार में शराबबंदी के बाद गांजा, चरस अफीम और ड्रग्स का कारोबार तेजी से फल फूल रहा है. बिहार के सभी जिलों में नशे का यह कारोबार धीरे-धीरे पांव पसार चुका है जो की काफी सुलभ भी है और पुलिस का डर भी काम है. वहीं पुलिस द्वारा लगातार कार्रवाई के बावजूद तस्करों के मन से कानून का डर कम होता नजर आ रहा है. ताजा मामला बिहार की राजधानी पटना से सामने आया है. जहां दीघा थाने की पुलिस द्वारा कर नशे के चार ड्रग्स पेडलर को गिरफ्तार किया गया है. जिनके पास से 700 नशे का इंजेक्शन बरामद किया गया है.
जिसकी कीमत लाखों में बताई जा रही है. गिरफ्तार तस्कर स्कूली बच्चों और युवाओं को अपना निशाना बनाता था. वह घूम-घूमकर इंजेक्शन बेचता था. गुप्त सूचना के आधार पर दीघा थाने की पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है.बताते चलें कि पुलिस लगातार सूख नशे के सौदागरों पर कार्रवाई कर रही है. पिछले दिनों ही बहादुरपुर, अगमकुआं और पीरबहोर थाना क्षेत्र से भारी मात्रा में नशे की दवा बरामद की गई थी. यह बिना किसी चिकित्सीय परामर्श के बेचे जा रहे थे. इस दौरान नाबालिक समेत चार लड़कों को गिरफ्तार किया गया था.
गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी
पटना के दीघा थाने की पुलिस द्वारा बुधवार को गुप्त सूचना के आधार पर चार नशे के सौदागरों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से 730 पीस नशे का इंजेक्शन बरामद किया गया है. इन सभी लड़कों को दीघा थाना क्षेत्र स्थित एक निजी स्कूल के पास से दबोचा गया है. यह लोग नशे का इंजेक्शन खरीद कर ऑटो से जा रहे थे.आम दुकानों में ये दवा बेचना मना:तभी छापेमारी अभियान चलाकर सभी को गिरफ्तार किया गया है. वहीं ड्रग विभाग द्वारा इसकी पुष्टि करते हुए बताया गया है कि यह दवाइयां आम दुकानों पर बेचना मना है और बिना डॉक्टर के लिखे यह दवा मिलता भी नहीं है.
फिर भी इतने भारी मात्रा में यह दावा बरामद होना कहीं ना कहीं सवालिया निशान खड़ा करता है. चार लड़कों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके पास से भारी मात्रा में नशे का इंजेक्शन बरामद किया गया है. इन लोगों द्वारा खुद से यह इंजेक्शन दिया जाता था. यह लोग ज्यादातर स्कूली बच्चों को अपना निशाना बनाते थे. साथ ही यह लोग एविल टैबलेट लेकर चलते थे, ताकि किसी को रिएक्शन होने पर उसे यह टैबलेट खिलाकर नॉर्मल किया जाए.