बीएसएफ जवान का शव कोलकाता से छपरा पहुंचते ही तिरंगे में लिपटे शव को देखने के लिए उमड़ी भीड़

बीएसएफ जवान का शव कोलकाता से छपरा पहुंचते ही तिरंगे में लिपटे शव को देखने के लिए उमड़ी भीड़

CHHAPRA DESK – पश्चिम बंगाल के कोलकाता में पदस्थापित बीएसएफ के एसआई नीरज पाण्डेय का शव पहुंचते ही गांव में कोहराम मच गया. ग्रामीणों की काफी भीड़ जमा हो गई. मौके पर परिजनों के रुदन-क्रन्दन से शव देखने आसपास के गांवों से पहुंचे सैकड़ों लोगो की भी आंखें भर आई. इससे पहले बीएसएफ के विशेष वाहन से जवानों के काफिले के साथ कोलकाता से मांझी लाये जा रहे शव वाहन के छपरा पहुंचते ही गांव के बाइक सवार दर्जनों युवक काफिले में शामिल हो गये. बाइक सवार युवक भारत माता की जय तथा नीरज भैया अमर रहें का नारा लगा रहे थे.

बताते चलें कि मांझी के अलियासपुर गांव निवासी व सेना के पूर्व जेसीओ स्व स्वामीनाथ पाण्डेय के पुत्र नीरज पाण्डेय का रविवार को हार्ट अटैक की वजह से निधन हो गया था. सोमवार को मांझी शमसान घाट पर मृतक का दाह-संस्कार राजकीय सम्मान के साथ सम्पन्न हो गया. मुखाग्नि मृतक के पुत्र आयुष पाण्डेय ने दी. तिरंगे में लिपटे शव को साथ आये जवानों ने छह बंदूकों से सलामी दी. साथ आये बीएसएफ के जवानों ने बताया कि वे पिछले 31 वर्षों से बीएसएफ में तैनात थे तथा सात वर्षों बाद रिटायर होने वाले थे.

परिजनों ने बताया कि निधन से महज दस दिन पहले ही उनका एसआई के पद पर प्रमोशन हुआ था तथा परिजनों ने मिठाई बांट कर अपनी खुशी का इजहार किया था. अलियासपुर से मांझी तक की लगभग चार किमी लम्बी निकली शवयात्रा में मृतक के अग्रज क्रमशः आर्मी के अवकाश प्राप्त कर्नल ललित पाण्डेय, एयर फोर्स के रियायर एयर मैन केशव पाण्डेय, आर्मी के रिटायर सब मेजर बाल मुकुंद पाण्डेय, छपरा के सदर एसडीओ संजय कुमार राय, मांझी की राजस्व पदाधिकारी रोजी कुमारी,

थानाध्यक्ष अमित कुमार, स्थानीय मुखिया मुन्ना साह, सरपंच शिव कुमार साह के अलावा पूर्व मुखिया परमहंस प्रसाद, भाजपा नेता हेम नारायण सिंह, रणविजय उर्फ धड़ाका सिंह, कुंदन कुमार, अनु खान, नागेन्द्र ठाकुर तथा आशीष मिश्रा सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल थे. परिजनों ने बताया कि मृतक को एक पुत्र तथा एक पुत्री है. मृतक का पुत्र आयुष पाण्डेय यूपीएससी की तैयारी कर रहा है जबकि पुत्री दिल्ली में शिक्षिका है.

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