CHHAPRA DESK – छपरा शहर के मुफस्सिल थाना अंतर्गत रामनगर गांव स्थित तपेश्वर सिंह कॉलेज के समीप निर्माणाधीन मकान के शौचालय की टंकी से बरामद युवक के शव की पहचान के बाद परिजनों में कोहराम मच गया. मृतक के पिता ने बताया कि दोस्तों के द्वारा ही उसकी हत्या कर साक्ष्य छुपाने के लिए अर्द्धनिर्मित शौचालय की टंकी में फेंक दिया गया था. मृत युवक की पहचान छपरा शहर के मुफस्सिल थाना अंतर्गत कुलदीप नगर निवासी विनोद साह के 20 वर्षीय पुत्र राजन कुमार के रूप में की गई है. बता दें कि बीते 22 मार्च को शहर के मुफस्सिल थाना अंतर्गत रामनगर गांव स्थित तपेश्वर सिंह कॉलेज के समीप निर्माणाधीन मकान के शौचालय की टंकी से एक युवक का शव बरामद किया गया था.
इस घटना की सूचना के बाद मुफस्सिल थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेजा जहां शव का पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद शव को सुरक्षित रखा गया था. वहीं आज रात्रि परिवार वाले राजन को खोजबीन के क्रम में मुफस्सिल थाना पहुंचे तो वहां शौचालय की टंकी से बरामद युवक के शव का फोटो दिखाया गया. जिसके बाद परिवार वाले थाना पुलिस के साथ पोस्टमार्टम कक्ष पहुंचे जहां शव की पहचान के बाद रोना-पीटना शुरू हो गया. वहीं पुलिस ने पहचान के बाद शव को परिवार वालों को सुपुर्द कर दिया है और अग्रेतर कार्रवाई में जुटी हुई है.
FSL टीम एवं डॉग स्क्वॉड टीम कर रही जांच
हालांकि वहां शव की सूचना के बाद पुलिस हरकत में आई थी और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजे जाने के उपरांत वहां जांच के लिए FSL टीम एवं डॉग स्क्वॉड टीम भी बुलाई गई थी. जिनके द्वारा जांच पड़ताल की जा रही है. इसी क्रम में शव की पहचान होने के बाद परिवार वालों ने हत्या की बात बताते हुए न्याय की गुहार लगाई है.
4 मार्च को पंजाब से कमाकर आया और 8 मार्च को हो गया गांव से गायब
राजन तीन भाई बहनों में सबसे छोटा था और पंजाब में किसी स्टील फैक्ट्री में काम करता था. बीते चार मार्च को घर आया था और 8 मार्च की संध्या घर पर ही मोबाइल छोड़कर बाहर निकला था. जिसके बाद रात तक वापस नहीं लौटा और परिवार वाले इंतजार करते रह गए. उस दौरान सभी लोग उसकी खोजबीन में लगे थे. तभी आज देर संध्या उन्हें सूचना मिली कि एक युवक का शव मुफस्सिल थाना क्षेत्र से बरामद हुआ था और वह थाना पुलिस के साथ पोस्टमार्टम कक्ष पहुंचे जहां शव देखकर विलाप करना शुरू कर दिये. शव की पहचान के बाद परिवार में कोहरा मच गया.
मोबाइल के कॉल डिटेल से खुलेगा राज
मृत युवक के पिता ने हलचल न्यूज़ को बताया कि 8 मार्च को जब से वह गायब हुआ तब से उसके मोबाइल पर एक भी फोन नहीं आया. जबकि इससे पहले उसके मोबाइल पर दिन भर फोन आता रहता था. अब मोबाइल के कॉल डिटेल से हत्या का राज खुलेगा. उन्होंने आशंका जताई है कि हो ना हो राजन की हत्या उसके दोस्तों के द्वारा ही की गई है. फिलहाल पुलिस एफएसएल और डॉग स्क्वाड की टीम की मदद से मामले की छानबीन में जुटी हुई है.