साइबर क्राइम की शिकायत के लिए करें 1930 हेल्पलाइन पर डायल ; लोक नायक जयप्रकाश प्रौद्योगिकी संस्थान में साइबर सुरक्षा और जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

साइबर क्राइम की शिकायत के लिए करें 1930 हेल्पलाइन पर डायल ; लोक नायक जयप्रकाश प्रौद्योगिकी संस्थान में साइबर सुरक्षा और जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

CHHAPRA DESK –    छपरा शहर स्थित लोक नायक जयप्रकाश प्रौद्योगिकी संस्थान में आज स्टार्टअप सेल द्वारा साइबर सुरक्षा और जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम आर्थिक अपराध इकाई बिहार पुलिस, सी-डैक, आईएसईए और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के सहयोग से आयोजित किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ हर्ष राज द्वारा कंप्यूटर और साइबर सुरक्षा पर परिचर्चा से किया गया. जिसके पश्चात मुख्य अतिथि इंस्पेक्टर अश्विन कुमार, संस्थान के प्रधानाचार्य मिथिलेश कुमार सिंह, सुरभि सिंह (मास्टर ट्रेनर, साइबर सुरक्षा एवं समन्वयक, स्टार्टअप सेल ) का स्वागत किया गया.

प्रधानाचार्य श्री सिंह ने अपने संबोधन में पिछले दस वर्षों में तेजी से बढ़ रहे साइबर अपराधों और भारत में डिजिटलीकरण के प्रसार के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि भले ही आज हर कोई सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म्स से परिचित है, लेकिन सभी साइबर अपराधों के प्रति उतने सचेत नहीं हैं. इसलिए, साइबर सुरक्षा की जागरूकता अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने सामाजिक बुलिंग और अन्य साइबर अपराधों का उल्लेख करते हुए बताया कि हमें खुद को और अपने प्रियजनों को इन खतरों से कैसे सुरक्षित रखना चाहिए. वहीं इंस्पेक्टर अश्विन कुमार ने सरस्वती वंदना से अपने संबोधन की शुरुआत की.

उन्होंने छात्रों से सवाल किया, कि साइबर अपराध क्या है? वहीं छात्रों के जवाबों के बाद उन्होंने साइबर अपराधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की. उन्होंने बताया कि अब वित्तीय साइबर अपराध केवल ओटीपी तक सीमित नहीं रहे, बल्कि इसके कई और भी तरीके विकसित हो चुके हैं. उन्होंने सोशल मीडिया अपराध, वित्तीय अपराध और डेटा सुरक्षा पर विशेष रूप से जोर दिया. इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया के दुरुपयोग, डिजिटल तकनीकों के फायदे और नुकसान, और हाल ही के कुछ साइबर अपराधों के उदाहरण साझा किए. उन्होंने एक मामले का उल्लेख किया, जहां फ्री फायर गेम के कारण तीन छात्रों ने एक अन्य छात्र की हत्या कर दी.

इसके अलावा, उन्होंने सेक्सटॉर्शन और AI तकनीक से संबंधित अपराधों पर भी चर्चा की. इंस्पेक्टर अश्विन कुमार ने छात्रों को सोशल मीडिया के अत्यधिक उपयोग से बचने की सलाह दी और क्रिप्टो करेंसी और डिजिटल भुगतान से जुड़े खतरों के बारे में जागरूक किया. साथ ही उन्होंने अनजान लोगों के वीडियो कॉल या हॉटस्पॉट साझा न करने की भी सलाह दी.कार्यक्रम का समापन इंस्पेक्टर अश्विन कुमार द्वारा 1930 हेल्पलाइन के बारे में जानकारी देकर किया गया, जिससे साइबर अपराध की शिकायतें दर्ज की जा सकती हैं.

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