ध्यान से जीवन को अनमोल बनाने के संदेश के साथ ‘ध्यान महायज्ञ’ का किया गया समापन

ध्यान से जीवन को अनमोल बनाने के संदेश के साथ ‘ध्यान महायज्ञ’ का किया गया समापन

GAYA DESK – पत्रीजी बोधगया ध्यान महायज्ञ 2024′ के अंतिम दिन काफी संख्या में लोगों की उपस्थिति रही, देश-विदेश से आए हजारों ध्यानियों ने कार्यक्रम में भाग लेकर इस महायज्ञ को सफल बनाया है. अहले सुबह 5.30 में कार्यक्रम की शुरुआत लाइव संगीत ध्यान कार्यक्रम से हुई है, जिसमें एकत्रित होकर लोगों ने ध्यान किया है. कार्यक्रम के आगे के सत्र में देश के दूसरे राज्यों से कई मास्टर्स ने ध्यान से सम्बंधित अपने विचार रखे, आंध्र प्रदेश से आईं इनकम टैक्स अधिकारी, मास्टर शोभा ने अपने विचार रखते हुए कहा कि वह कई प्रकार की बीमारियों से ग्रसित थीं पर ध्यान के जरिये अब स्वस्थ हूं.

उन्होंने आगे बताया कि आंध्रप्रदेश में 5 लाख से अधिक बच्चों को ध्यान सिखाया और पौने 3 लाख बच्चों के बीच निःशुल्क ध्यान की किताबें वितरित की.इस ध्यान कार्यक्रम में विशेष रूप से बेंगलुरू से शामिल होने आईं परिणीता पत्री ने कहा कि देश में 25 हजार से अधिक पिरामिड बनाया गया है और बिहार के बोधगया में लोगों की सहायता से मेगा पिरामिड सेंटर बनवाने का संकल्प लिया है. पिरामिड के अंदर बैठ कर ध्यान करने से शरीर में कॉस्मिक एनर्जी का संचार होता है जिससे शारीरिक कष्ट दूर होता है और मानसिक शांति मिलती है.

दक्षिण भारत से बोधगया आये मास्टर पिता मनोहर ने कहा कि पापों से मुक्त होना है तो ध्यान साधना जरूरी, ध्यान कही भी किया जा सकता है मंदिर, मास्टर की समाधि, पिरामिड, प्राकृतिक वातावरण में ध्यान कर के शरीर में ऊर्जा का संचार होता है।गुजरात से बोधगया आये प्राकृतिक चिकित्सक नेचुरोपैथी डॉक्टर डॉ. धीरेन सरीन ने अपने सत्र ‘नो डॉक्टर नो मेडिसिन, गोली को गोली मारो’ में कहा कि शरीर, मन, और आत्मा पर संयम रखने से बीमारियाँ होगी दूर। उन्होंने बताया कि मैंने हजारों का इलाज किया और लाखों लोग ठीक हुए हैं इसके साथ ही मानसिक अशांति, नकारात्मक विचार, लाइफ स्टाइल और भोजन में बदलाव जैसी चीजों पर प्रकाश डाला है.

सांस्कृतिक कार्यक्रम में कलाकारों ने बिहार के लोक नृत्य एवं संगीत की प्रस्तुति दी इस कार्यक्रम को लोगों ने खूब सराहा है. बोधगया ध्यान महायज्ञ की आयोजक स्वाति ने बताया कि भव्य ध्यान महायज्ञ में सम्मिलित होने आए सभी लोगों का धन्यवाद आपके सहयोग और सहभागिता ने इस महायज्ञ को सफल और प्रेरणादायक बनाया है आगे भी इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. वही धीरज ने कहा कि स्वाती फिर अगले साल बोधगया में ध्यान शिविर आयोजन करवाए एवं इस मौके पर स्वाती,राजीव साहा,प्रभा वर्णवाल,आदी काफी संख्या में लोग उपस्थित थे.

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