फंस गया पिस्टल का कॉक नहीं तो कोर्ट परिसर में हो जाती हत्या ; पुलिस की तत्परता से दो व्यक्ति हिरासत में, पिस्टल जब्त

फंस गया पिस्टल का कॉक नहीं तो कोर्ट परिसर में हो जाती हत्या ; पुलिस की तत्परता से दो व्यक्ति हिरासत में, पिस्टल जब्त

CHHAPRA DESK – छपरा शहर के नगर थाना अंतर्गत कोर्ट परिसर स्थित रजिस्ट्री कार्यालय के बाहर आज संध्या उस समय अफरातफरी मच गई जब दो लोगों के बीच पिस्टल तन गई. जिसके बाद देखते ही देखते कोर्ट परिसर में अफरातफरी मच गई. हालांकि संयोग अच्छा रहा कि पिस्टल का कॉक फंस गया नहीं तो किसी न किसी की लाश गिर ही जाती. पूरा मामला भूमि विवाद से जुड़ा हुआ है. यहां बता दे कि रजिस्ट्री कार्यालय डीएसपी कार्यालय के सामने अवस्थित है. अफरातफरी के बीच कोर्ट परिसर में मौजूद पुलिसकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए दो लोगों को हिरासत में लिया है. वही मौके से पिस्टल भी किया गया है. जिसकी जांच की जा रही है.

हिरासत में लिए गए दोनों व्यक्ति छपरा शहर के नगर थाना अंतर्गत मौना गोला रोड निवासी रमण सिंह एवं नेवाजी टोला राठौर टोला निवासी पवन सिंह बताए गए हैं. बताते चलें कि रमण सिंह के द्वारा जमीन बिक्री किए जाने को लेकर पूर्व में पवन सिंह से करीब एक करोड रुपए एडवांस लिए गए थे. लेकिन उन्हें जमीन नहीं लिखा गया. जिसको लेकर पवन सिंह के द्वारा रमण सिंह पर मुफस्सिल थाना में केस भी दर्ज कराया गया है. वहीं आज रमण सिंह के द्वारा इस जमीन को विनोद सिंह को लिखने की तैयारी थी.

तभी इसकी सूचना पवन सिंह को लग गई और पवन सिंह कुछ लोगों के साथ रजिस्ट्री कार्यालय पहुंचे और रमण सिंह को घेरकर कमर से पकड़ लिया. तब तक रमण सिंह ने कमर से पिस्टल निकाल कर तान दिया ओर फायर करनी चाही, लेकिन पिस्टल का कॉक फंसने के कारण गोली नहीं चली नहीं तो कोर्ट परिसर में किसी न किसी की लाश जरूर गिर जाती. वही पुलिसकर्मियों ने दोनों को पकड़ कर डीएसपी राजकिशोर सिंह को सौंप दिया. जिसके बाद दोनों व्यक्ति को टाउन थाना भेजा गया जहां फिलहाल दोनों से पूछताछ की जा रही है.

नगर थाना अध्यक्ष ने कहा पिस्टल का लाइसेंस कराया जाएगा कैंसिल

इस मामले में पूछे जाने पर नगर थाना अध्यक्ष सुबोध कुमार ने बताया कि फिलहाल दोनों लोगों से पूछताछ की जा रही है. दोनों लोगों को आवेदन देने के लिए कहा गया है. अगर दोनों लोग कोई शिकायत नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई जरूर की जाएगी. वहीं पिस्टल के विषय पर उन्होंने बताया कि पिस्टल रमण सिंह की है और लाइसेंसी है. लेकिन, उनके द्वारा जिस तरह उत्तेजित होकर फायर करने का प्रयास किया गया उसको लेकर उनका लाइसेंस कैंसिल करने के लिए उनके द्वारा लिखा जाएगा. क्योंकि पिस्टल का कॉक नहीं फंसता तो कोई बड़ी घटना घटित हो जाती.

भूमि विवाद का है मामला

सारण जिले में सर्वाधिक मामले भूमि विवाद से जुड़े हैं जो कि किसी न किसी वारदात का कारण बनते हैं. बीते महीने भी शहर में ऐसी ही एक वारदात होते-होते बची थी, लेकिन पुलिस की तत्परता के कारण मामला मारपीट तक ही सीमित रह गया था. वैसे दोनों पक्षों से प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई. आज भूमि विवाद के मामले में गोली चल जाती और किसी की मौत भी हो जाती, लेकिन पिस्टल का कॉक फस गया. रमण सिंह के द्वारा नेवाजी टोला राठौर टोला स्थित अपने जमीन को बिक्री के लिए पवन सिंह से पूर्व में करीब एक करोड रुपए लिए गए थे.

उस मामले में पवन सिंह के द्वारा उनके खिलाफ जमीन नहीं लिखने को लेकर मुफस्सिल थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. जबकि उसी क्रम में रमण सिंह ने पवन सिंह के भाई विनोद सिंह से भी उस जमीन का सौदा कर लिया और आज रजिस्ट्री करने के लिए भी कोर्ट परिसर स्थित रजिस्ट्री कार्यालय पहुंचे थे, लेकिन ऐन वक्त पर पवन सिंह अपने साथियों के साथ वहां पहुंच गए और रमण सिंह को घेरकर पकड़ लिया. तब रमण सिंह ने उनके ऊपर गोली चलाने का प्रयास किया लेकिन पिस्टल कॉक फंसने के कारण गोली नहीं चली.

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