गंगा-गंडक का कहर ; सबलपुर में कटाव-बाढ़ से तबाही ; घर छोड़कर सुरक्षित स्थान पर जाने को विवश हुए ग्रामीण

गंगा-गंडक का कहर ; सबलपुर में कटाव-बाढ़ से तबाही ; घर छोड़कर सुरक्षित स्थान पर जाने को विवश हुए ग्रामीण

CHHAPRA DESK –  सारण जिला अंतर्गत सोनपुर प्रखंड के सबलपुर गांव में गंगा और गंडक नदियों ने एक साथ कहर बरपाना शुरू कर दिया है. थानांतर्गत महुआ बाग स्थित बद्री घाट पर गंगा के तेज कटाव से आधा दर्जन से ज्यादा मकान नदी में समा गए. वहीं दूसरी ओर, गंडक का पानी पूर्वी पंचायत के गांवों में घुस गया. खेत–खलिहान डूब गए. जिससे गांव में हड़कंप मचा हुआ है. कटाव से लोग दहशत में हैं. शाम करीब पांच बजे गंगा का पानी तेजी से किनारा काटने लगा. चंद्रदीप राय, अशोक राय, गुड्डू राय, पुकार राय, अरुण राय, बिजेंद्र राय, जीवन राय और नगीना राय के पक्के–कच्चे मकान, पलानी और ईंट–छत वाले घर नदी में समा गए. लोग बेबस होकर अपने घर डूबते देखते रहे.

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कुछ ने सामान बचाने की कोशिश की, लेकिन तेज बहाव और मिट्टी की दरारों के आगे कुछ नहीं कर सके. कई मोटरसाइकिल और घरेलू सामान भी बह गए. उधर, गंडक का पानी सबलपुर पूर्वी पंचायत के ककड़ा चिलाव और हस्ती टोला के रास्ते गांव में घुस आया. निचले इलाकों के खेत और बाजार जलमग्न हो गए. भगत चिमनी और कचहरी बाजार तक पानी फैल गया. राम घाट और आसपास के खेतों में खड़ी मक्का, मसूरिया, नेनुआ, भिंडी, करैला, परवल और कद्दू की फसलें डूब गईं. मवेशियों के लिए चारा तक पानी में समा गया. किसान मवेशियों और बचे–खुचे सामान को बचाने में जुटे रहे.

इसको लेकर ग्रामीणों में रोष है. उनका कहना है कि पंद्रह दिन पहले करोड़ों रुपये खर्च कर कटावरोधी कार्य शुरू हुआ था, लेकिन उसका कोई असर नहीं दिखा. न बाढ़ रुकी, न कटाव थमा. ग्रामीणों ने इस कार्य की जांच और जिम्मेदार संवेदकों पर कार्रवाई की मांग की है.Nगांव में अब दहशत का माहौल है. लोग अपने बचे–खुचे घर और जमीन को बचाने की कोशिश में लगे हैं. हर तरफ अफरातफरी है. गंगा–गंडक के प्रकोप से लोगों की हसरतें टूट गई हैं. ग्रामीणों ने प्रशासन से तुरंत बचाव और पुनर्वास की मांग की है.

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