CHHAPRA DESK – सारण जिला प्रशासन ने सड़क का अतिक्रमण करनेवालों पर बुलडोजर चलवा दिया और अतिक्रमण की जद में आने वालों का घर भी तोड़ा गया. बता दें कि उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से सारण जिले को जोड़ने वाले ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण में बाधक बनी मांझी-छपरा मुख्य मार्ग के किनारे की दर्जनों घरों पर सारण जिला प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर सड़क की जमीन को खाली करा दिया. छपरा सदर एसडीओ संजय कुमार राय के नेतृत्व में दिन भर चलाये गए इस अभियान में मांझी के सीओ, बीडीओ, थानाध्यक्ष अमित कुमार राम के अलावा एनएचएआई के पदाधिकारी व काफी संख्या में महिला व पुरुष पुलिस बल के जवान तैनात थे.
बुलडोजर तथा जेसीबी के सहयोग से गिराए जा रहे घरों व दुकानों को गिरता देख कई घर के लोग हाय-तौबा मचाते रहे. हालांकि मौके पर मौजूद अनेक ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि प्रशासन के द्वारा उनको न तो नोटिस दिया गया है और ना ही मुआवजे की राशि का भुगतान किया गया है. कई ग्रामीणों ने जिला प्रशासन द्वारा मुआवजे की निर्धारित राशि को मानक के विपरीत बताते हुए मुआवजे की राशि बढ़ाने की मांग की. वहीं कई ग्रामीणों ने जिला प्रशासन पर जबरदस्ती करने का भी आरोप लगाया. हालांकि कौरुधौरु से शुरू किए गए अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान नाराज महिलाओं ने ईंट- पत्थर चलाकर बुलडोजर तथा जेसीबी के शीशे को तोड़ दिया. जिसके बाद पुलिस ने सख्ती बरतते हुए आगे की कार्रवाई जारी रखी.