INS VIKRANT आईएनएस विक्रांत स्वदेश निर्मित भारत के दूसरे विमान वाहक पोत का जलावरण ; खौफ खाएगा चीन और अमेरिका भी

INS VIKRANT आईएनएस विक्रांत स्वदेश निर्मित भारत के दूसरे विमान वाहक पोत का जलावरण ; खौफ खाएगा चीन और अमेरिका भी

NEW DELHI : भारत के लिए यह गर्व की बात है कि भारतीय नौसेना ने स्वदेशी दूसरा एयरक्राफ्ट कैरियर INS VIKRANT (आईएनएस विक्रांत) मिल गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोच्चि में INS VIKRANT (आईएनएस विक्रांत) को नौसेना में कमीशन किया. इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल समेत पुराने आईएनएस विक्रांत के पूर्व नौसैनिक भी उपस्थित रहे. भारत अब उन चुनिंदा देशों की फेहरिस्त में शामिल हो गया है, जिनके पास स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर निर्माण की क्षमता है. इसे कोचीन शिपयार्ड ने बनाया है.

₹20000 करोड़ की लागत से बना है INS VIKRANT (आईएनएस विक्रांत)

भारतीय नौसेना के अनुसार INS VIKRANT (आईएनएस विक्रांत) को तैयार करने में 20000 करोड़ रुपए की लागत आई है. इस विमान वाहक युद्धपोत के निर्माण में 76% स्वदेशी सामग्री का इस्तेमाल किया गया है. इसके निर्माण में शिपयार्ड के दो हजार तथा अप्रत्यक्ष रूप से 13000 लोगों को रोजगार भी मिला है.

भारतीय नौसेना के पास है दो एयरक्राफ्ट कैरियर

भारतीय नौसेना के पास अब दो एयरक्राफ्ट कैरियर हो गए हैं. INS विक्रांत के अलावा INS विक्रमादित्य भी भारत के पास है. INS विक्रांत के आने से हिंद महासागर में भारत की ताकत बढ़ गई है. आईएनएस विक्रांत के भारतीय नौसेना में शामिल किए जाने से अमेरिका, यूके, रूस, चीन और फ्रांस के बाद भारत भी अब उन देशों की लिस्ट में शामिल हो गया है, जिनमें स्वदेशी तकनीक से एयरक्राफ्ट कैरियर को बनाने की क्षमता है.

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