PATNA DESK – पटना के मनेर में नकली दूध और दुग्ध निर्मित खाद्य पदार्थ बनाने वाली एक फैक्ट्री का प्रशासन ने पर्दाफाश किया है. मनेर में की गई छापेमारी में बड़ी मात्रा में नकली दूध, केमिकल, आदि सहित सामान जब्त किए गए. नकली खाद्य पदार्थों को नष्ट भी किया गया. मनेर नगर परिषद समेत पंचायत के गांवों में यहां से सेहत के लिए हानिकारक नकली दूध व उत्पाद की आपूर्ति की जाती थी. इसका नेटवर्क यहीं तक सीमित नहीं था, बल्कि रांची, जमशेदपुर, धनबाद से लेकर बंगाल तक आपूर्ति की जाती थी. शादी-ब्याह के मौसम में पनीर आदि की मांग बढ़ जाती है, जिसके कारण बड़ी मात्रा में दुग्ध उत्पाद तैयार किया जाता था.
खाद्य सुरक्षा अधिकारी अजय कुमार ने बताया कि मनेर में कई जगहों पर नकली एवं मिलावटी दूध के साथ खोआ, पनीर आदि बनाए जाने की सूचना मिली थी. जिसके बाद मनेर के देवी स्थान में खुसरूपुर निवासी कैलाश सिंह की दुकान पर छापेमारी की गई. यहां नकली दूध बनाने की फैक्ट्री मिली। यहां केमिकल के अलावा पाउडर से दूध बनाए जाते थे. दूध के अधिक दिनों तक भंडारण के लिए फार्मोलीन केमिकल का प्रयोग किया जा रहा फार्मोलिन भी जब्त किया गया, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है.
इसके सेवन से कैंसर तक होता है. वहीं, काले केमिकल का भी दूध में प्रयोग किया जाता था। टूडे स्किम्ड मिल्क पाउडर से दूध, पनीर, दही, खोआ बनाया जाता था. एक डेयरी में भी छापेमारी कर नमूने लिए गए हैं, उसे जांच के लिए भेजा जाएगा. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. वहीं खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने लगभग एक हजार लीटर नकली दूध को नालों में बहा कर नष्ट कर दिया. उन्होंने कहा कि दूध लेकर आने वाले उसे गर्म करके लाएं,
इससे वह नहीं फटेगा. गलत जानकारी मिलने के कारण अधिकारी पहले दूसरे घर में चले गए थे. आरोपित फरार है. कार्रवाई अभी जारी रहेगी, क्योंकि दुकानों में बेची जाने वाली मिठाई पर भी संदेह है और यह सूचना भी कि बाहर से भी नकली पदार्थ बनाकर मिठाइयां बनाने की शिकायतें मिल रही हैं. ये वे लोग हैं, जो चंद पैसों के लिए लोगों के स्वास्थ्य से खेल रहे हैं.