CHHAPRA DESK – बिहार में शराबबंदी के बाद सारण और सिवान में जहरीली शराब से मौतों की संख्या दो दर्जन को पार कर चुकी है. जबकि अनेक लोग अभी भी उपचररत हैं. आज तक सारण जिला में जहरीली शराब से कुल सात मौतें हो चुकी है. वहीं सिवान में जहरीली शराब से अबतक कुल बीस मौतें हो चुकी है. बीमार अधिकांश लोगों के आंखों की रोशनी धुंधली होने लगी है. जहरीली शराब सेवन करने मृत सभी लोगों के आंखों की रोशनी पहले गई थी. जिसके बाद तड़पकर उनकी मौत हुई है. बता दें कि बीते दिन छपरा-सिवान के बॉर्डर एरिया में जहरीली शराब बेचे जाने के कारण मशरक थाना क्षेत्र के दर्जनों लोग अक्रांत हो गये थे.
मृतकों में मशरक थाना क्षेत्र के ब्राहिमपुर गांव निवासी लतीफ मियां के 30 वर्षीय पुत्र इस्लामुद्दीन अंसारी एवं उसके चचेरे भाई अलीराज अंसारी के 26 वर्षीय पुत्र शमशाद अंसारी, पिलखी गांव निवासी बद्री साह के 40 वर्षीय पुत्र प्रदीप साह एवं गंडामन गांव निवासी स्वर्गीय विश्वनाथ ठाकुर के 65 वर्ष के पुत्र शिवजी ठाकुर, स्व रामसकल सिंह के 50 वर्षीय पुत्र शंभू नारायण सिंह अशोक राम का 40 वर्षीय पुत्र धर्मेंद्र राम एवं पानापुर थाना क्षेत्र के रजौली बिंद टोली गांव निवासी स्वर्गीय अनारस रावत का 45 वर्षीय पुत्र अनिल रावत उर्फ पंडोल की मौत हुई है.
शराब में मिथाईल अल्कोहल की मात्र अधिक होने से हुई मौत
मशरक थाना क्षेत्र से बरामद शराब की जांच के बाद यह खुलासा हुआ है कि उक्त जहरीली शराब में मिथाईल अल्कोहल एवं अन्य केमिकल की मात्रा अधिक थी. बताते चलें कि उक्त चुलाई शराब में 80% मिथाईल अल्कोहल था. जिसके कारण शराब जहरीले हुई और मौत का कारण बनी. प्रेस वार्ता के दौरान इस बात की जानकारी सारण डीएम एवं एसपी के द्वारा दी गई है.