जहरीली शराब से पांच मौतें ; छपरा में दो तो सिवान में तीन की मौत

जहरीली शराब से पांच मौतें ; छपरा में दो तो सिवान में तीन की मौत

CHHAPRA / SIWAN DESK – बिहार में शराबबंदी की पोल खुल चुकी है, जहां आए दिन शराब की बरामदगी भी हो रही है वहीं प्रतिवर्ष जिले में कहीं ना कहीं जहरीली शराब का मामला सामने आ रहा है. इस बार पुनः मामला जिले के मशरक थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहां, छपरा और सिवान के बॉर्डर एरिया भगवानपुरहाट के समीप जहरीली शराब बिक्री के बाद इसका सेवन करने से जहां छपरा में दो लोगों की मौत हुई है. वही सिवान में भी जहरीली शराब के सेवन से तीन मौतें हुई है. जबकि दोनों जिला मिलाकर करीब दो दर्जन लोग उपचारत हैं.

बॉर्डर एरिया का फायदा उठाकर धड़ल्ले से हो रही शराब की बिक्री

छपरा-सिवान के बॉर्डर एरिया में शराब की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है. दोनो ही जिला के लोग वहीं से शराब खरीद कर ले गए और पीने से मौतें हो रही हैं. सारण जिले के मशरक थाना क्षेत्र अंतर्गत ब्राहिमपुर गांव में जहरीली शराब पीने से जहां दो भाइयों की मौत हुई है. वहीं तीसरे को गंभीर स्थिति में पटना रेफर किया गया है. वही उसी गांव के दो अन्य युवक भी उपचररत है. मृतको में मशरक थाना क्षेत्र के ब्राहिमपुर गांव निवासी लतीफ मियां के 30 वर्षीय पुत्र इस्लामुद्दीन अंसारी एवं उसके चचेरे भाई अलीराज अंसारी के 26 वर्षीय पुत्र शमशाद अंसारी की मौत हुई है. जबकि उसके एक चचेरे भाई अलीराज अंसारी के 25 वर्षीय पुत्र मुमताज अंसारी का उपचार पीएमसीएच में चल रहा है.

वहीं उस गांव के दो व्यक्ति स्वर्गीय अबीर चंद्र साह के 50 वर्षीय पुत्र राजेंद्र साह एवं स्वर्गीय मंगल साह के 45 वर्षीय पुत्र धर्मेंद्र साह का उपचार छपरा सदर अस्पताल में चल रहा है. वहीं सिवान में जहरीली शराब पीने से मरने वालों में भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के माघर कौड़िया वैश्य टोला निवासी 38 वर्षीय राजेंद्र सिंह, 38 वर्षीय बिट्टू कुमार एवं 34 वर्षीय अरविंद कुमार की मौत हुई है. जिसमें अरविंद कुमार के परिवार वालों द्वारा उसका दाह-संस्कार कर दिया गया है. जबकि राजेंद्र और बिट्टू के शव का पुलिस बल के द्वारा सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया है.

13 दिसंबर वर्ष 2022 में दो दर्जन से अधिक लोगों की हुई मौत ; 23 मौतों की प्रशासन ने की थी पुष्टि

13 दिसंबर वर्ष 2022 को जहरीली शराब से सारण जिले के मशरक एवं इसुआपुर थाना क्षेत्र में दो दर्जन से अधिक मौतें हुई थी. देखते ही देखते जहां शराब पीने वालों के आंखों की रोशनी जा रही थी, वही एक-एक कर मौततों का सिलसिला सिलसिला दो दर्जन के पार चला गया. जिसमें जिला प्रशासन के द्वारा 23 मौतों की पुष्टि की गई थी.

23 नवंबर वर्ष 2023 में भी सामने आया था जहरीली शराब का मामला

बताते चलें कि 23 नवंबर वर्ष 2023 में भी सारण जिले के मशरक थाना क्षेत्र से जहरीली शराब का मामला आया था, जहां जहरीली शराब पीने से दो लोगों के आंखों की रोशनी चली गई थी. दोनों को मशरक स्वास्थ्य केंद्र से छपरा सदर अस्पताल और फिर वहां से पीएमसीएच रेफर किया गया था.

कहां से आता है शराब

बिहार में शराबबंदी के बाद प्रतिवर्ष जहरीली शराब के मामले सामने आ रहे हैं. वही प्रतिदिन जिले के किसी न किसी क्षेत्र से भारी मात्रा में देसी विदेशी शराब की बरामदगी हो रही है. वही जिले के दियारा क्षेत्र एवं तटीय इलाकों में धड़ल्ले से देसी और चुलाई शराब तैयार की जा रही है. जैसा की छापेमारी के दौरान ऐसे मामलों का खुलासा होते रहा है. बता दें कि चुलाई शराब के निर्माण में कच्ची स्प्रिट, नौसादर एवं अन्य केमिकल का प्रयोग किया जाता है, जो की मात्र से अधिक केमिकल पड़ने के बाद वह शराब जहरीली हो जाती है और पीने से पहले आंखों की रोशनी जाती है फिर उसके बाद मौत हो जा रही है.

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