जर्जर बैरक में रहने को विवश एक जवान छत का प्लास्टर गिरने से गंभीर रूप से घा’यल

जर्जर बैरक में रहने को विवश एक जवान छत का प्लास्टर गिरने से गंभीर रूप से घा’यल

CHHAPRA DESK – छपरा कचहरी स्टेशन की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा बल जर्जर बैरक में रहने को विवश है. जहां आए दिन उनके साथ कोई ना कोई घटना होती रहती है. आज अचानक ही एक बैरक के छत का प्लास्टर टूट कर एक सुरक्षा बल के ऊपर गिर गया. जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए और उनका उपचार छपरा सदर अस्पताल में कराया गया. छत का प्लास्टर गिरने से घायल जवान मारूफ सिद्दीकी बताये गये हैं.

बताया जाता है कि वह वर्दी पहनने के लिए बैरक में खड़े हुए तभी छत से प्लास्टर का एक हिस्सा टूटकर उनके सिर पर गिरा. जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए. जिसके बाद आर पी एफ के अन्य जवानों के द्वारा उन्हें छपरा सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां उनके गंभीर चोटों का इलाज हुआ. इस घटना के बाद छपरा कचहरी आर पी एफ पोस्ट पर तैनात जवानों में काफी आक्रोश है. उनका कहना है कि कई बार उच्च अधिकारियों को इस संबंध में संज्ञान में लाया गया है,

लेकिन यहां पर बैरक का नक्शा पास होने के बाद भी अभी तक बनाने की कोई प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है. बता दें कि ये सभी भवन लगभग 60 से 70 वर्ष पुराने हैं और अधिकांश भवन रेल प्रशासन द्वारा जर्जर घोषित कर दिया गया हैं. लेकिन सुरक्षा बलों के कर्मियों की मजबूरी यह है कि उनके पास छपरा कचहरी स्टेशन पर रहने के लिए कोई भी बैरक या आवास उपलब्ध नहीं है.

जिसके कारण वह इन जर्जर भवनों में रहते हैं. यहां लगभग डेढ़ दर्जन से ऊपर जवान तैनात हैं. जिनपर छपरा कचहरी और छपरा ग्रामीण स्टेशन के सुरक्षा का भार है, लेकिन दोनों स्टेशनों पर इन जवानों के लिए रहने की कोई व्यवस्था नहीं है. इन जवानों के पास रहने की कोई व्यवस्था है नहीं अपने हथियार रखने की कोई व्यवस्था है. जिसके कारण वह अपने आप को काफी असुरक्षित महसूस करते हैं.

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