CHHAPRA DESK – सारण में शराबी या शराब कारोबारी की सूचना डायरेक्ट पुलिस को देने से अब लोग कतराने लगे हैं. क्योंकि ऐसे अनेक मामले सामने आ चुके हैं, जहां सूचना देने वाले को या तो शराब कारोबारी द्वारा पीटा गया है या उसे भी किसी केस में फंसा दिया जा रहा है. कई बार थाना को शराब कारोबारी की सूचना के देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो पाती है. ऐसी स्थिति में लोग या तो पुलिस कप्तान डॉक्टर कुमार आशीष को सूचना दे रहे हैं या फिर उत्पाद विभाग पटना को फोन कर रहे हैं. ताजा मामला ऐसा ही सारण जिले के एकमा थाना क्षेत्र से सामने आया है. जहां शराब कारोबारी की सूचना पटना उत्पाद विभाग को दी गई थी, लेकिन यह कदम उठाना भी उस व्यक्ति के लिए भारी पड़ गया है. क्योंकि, अब पुलिस उसे ही ढूंढ रही है और वह भी नामजद प्राथमिकी दर्ज कर.
क्या है मामला ?
मामला सारण जिले के एकमा थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहां थाना क्षेत्र के गंजपर निवासी सेवानिवृत पुलिसकर्मी मोतीलाल चौधरी के पुत्र राकेश कुमार चौधरी के द्वारा बीते 24 नवंबर को निषेध नियंत्रण, पटना को फोन कर राजू चौधरी के खिलाफ शिकायत की गई थी. जिसमें उसके द्वारा देसी शराब बेचे जाने की बात बताई गई थी. इसके बाद 25 नवंबर को उत्पाद विभाग के निर्देश पर एकमा थाना के द्वारा उनके राजू चौधरी के घर पर छापेमारी की गई तो वहां से भारी मात्रा में देसी शराब बरामद किया गया. उस दौरान पुलिस उसे गिरफ्तार कर ले गई. लेकिन रात में ही उसे छोड़ दिया गया था. जिसके बाद थाना अध्यक्ष के द्वारा उस मामले में एकमा थाना कांड संख्या 435/24 दर्ज कर कोर्ट भेजा गया. जिसके बाद उन्हें ज्ञात हुआ कि राजू चौधरी की बजाय शिकायत कर्ता राकेश चौधरी के नाम पर ही प्राथमिक दर्ज कर दी गई है.
पिता ने एसपी से लेकर सीएम से लगाई गुहार
इस मामले में मोतीलाल चौधरी के द्वारा सारण एसपी से लेकर डीजीपी, सचिव व सूबे के मुख्यमंत्री को आवेदन देकर मामले की जांच कर न्याय की गुहार लगाई है. बताते चलें कि सेवानिवृत्त पुलिस कर्मी मोतीलाल चौधरी के द्वारा ही अपने छोटे पुत्र राकेश कुमार चौधरी से बड़े पुत्र राजू कुमार चौधरी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई गई थी. आवेदन के माध्यम से इस मामले में मोतीलाल चौधरी ने बताया कि उनका बड़ा पुत्र राजू कुमार चौधरी घर में भी शराब रखकर बेचता है और शराब के मामले में एकमा व दाउदपुर थाने से जेल भी जा चुका है. जिसके कारण उनकी काफी बेज्जती होती है और वह शिकायत करने पर मारपीट करता है. जिसको लेकर उनके द्वारा अपने पुत्र राकेश चौधरी से निषेध नियंत्रण, पटना को शिकायत दर्ज कराई थी लेकिन एकमा थाना पुलिस के द्वारा उल्टे राकेश कुमार पर ही कार्रवाई कर दी गई है, जो कि सरासर अन्याय है.