CHHAPRA DESK – सारण जिले में डाक विभाग की कार्यशैली को लेकर डाककर्मियों का असंतोष उभरकर सामने आ गया है. 15 सूत्री मांगों के आलोक में सैकड़ो कर्मियों ने छपरा मुख्य डाकघर के मुख्य द्वार पर धरना-प्रदर्शन किया. वहीं हड़ताल को लेकर जिले के सभी डाक घरों में कार्य पूरी तरह ठप्प रहा. जिसके कारण करोड़ों का लेनदेन प्रभावित हुआ. धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय डाक कर्मचारी संघ बिहार के सर्कल सचिव प्रेरित कुमार ने किया. प्रदर्शनकारियों ने पोस्ट सुपरिंटेंडेंट पर ट्रांसफर और पोस्टिंग में अनियमितता, कर्मचारियों के वेतन से अवैध कटौती, और अभद्र भाषा के उपयोग जैसे गंभीर आरोप लगाए. सर्कल सचिव ने अपने संबोधन में कहा कि सुपरिंटेंडेंट ने बिना टर्म पूरा किए हुए 2 वर्ष के बीच कर्मचारियों का ट्रांसफर पोस्टिंग करके लाखों रुपए की उगाही की है.
सुपरिटेंडेंट कर्मियों के साथ अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर रहे हैं. निदेशालय के बिना आदेश से जिओ टेक से हाजिरी बनवा रहे हैं और वह स्वयं मुजफ्फरपुर से कार्यालय पहुंचते हैं. प्रदर्शन में ग्रुप ‘सी’, पोस्टमैन, एमटीएस और ग्रामीण डाक सेवकों सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी शामिल हुए. प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो 22 जनवरी 2025 से भूख हड़ताल शुरू की जाएगी. डाककर्मियों के संघ ने विभागीय कार्यप्रणाली में खामियों और कर्मचारियों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को लेकर 15 प्रमुख मुद्दे उठाए हैं. जिनमें बिना कार्यकाल पूरा किए ट्रांसफर और पोस्टिंग के आदेश, मासिक बैठकों का आयोजन न होना,
वेतन से अवैध कटौती, डेटा माइग्रेशन बड़ी पदाधिकारी की अनुपस्थिति में, वरिष्ठ कर्मचारियों को नजरअंदाज कर जूनियर स्टाफ से पोस्ट मास्टर का कार्य कराने, कर्मचारियों पर 100% आर्टिकल वितरण का अनुचित दबाव बनाने, सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बकाया भुगतान में अत्यधिक देरी करने, टारगेट के नाम पर कर्मचारियों को धमकाने और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने, अवकाश के दिन कर्मचारियों को प्रमंडल मुख्यालय बुलाने, अनधिकृत रूप से कर्मचारियों से जियो टैग और फोटो शेयर करने का आदेश देने आदि शामिल हैं.
संघ की चेतावनी कहा “22 जनवरी से हो सकता है भूख हड़ताल”
डाककर्मियों के संघ ने स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो डाक सेवाओं में व्यापक आंदोलन होगा. संघ ने कहा कि इस दौरान डाक सेवाओं में बाधा के लिए विभागीय अधिकारी जिम्मेदार होंगे. संघ ने अपनी समस्याओं और आगामी आंदोलन की जानकारी जिला दंडाधिकारी, सिविल सर्जन और डाक विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र के माध्यम से दी है. डाककर्मियों ने डाक प्रशासन से अपील की है कि उनकी समस्याओं का सहानुभूतिपूर्वक समाधान किया जाए. इससे न केवल कर्मचारियों का असंतोष दूर होगा, बल्कि डाक विभाग की सेवाएं भी सुचारू रूप से चलती रहेंगी.