CHHAPRA DESK – केंद्रीय अध्यापक पात्रता परीक्षा (सीटेट) का आयोजन रविवार को दो सिटिंग में जिले में निर्धारित 15 केंद्रों पर कड़ी निगरानी के बीच किया गया. हालांकि प्रशासनिक दावे के इतर कई केंद्रों पर कुव्यवस्था भी सामने आई. परीक्षा केंद्र के जानकारी के अभाव में परीक्षार्थी इधर-उधर भटकते रहे. उधर प्रशासनिक सख्ती के बावजूद परीक्षा में दूसरे के स्थान पर मुन्ना भाई बन कर परीक्षा में शामिल होने वाले पांच परीक्षार्थी निरीक्षण टीम के हत्थे चढ़े. राजकीय कन्या उच्च विद्यालय परीक्षा केंद्र से प्रथम पाली में 1 फर्जी परीक्षार्थी को पकड़ा गया.
वहीं द्वितीय पाली में क्रमशः भगवत विद्यापीठ परीक्षा केंद्र से 2, आरएनपी से 01 तथा सीपीएस परीक्षा केंद्र से 01 फर्जी परीक्षार्थी को पकड़ा गया. सभी मामले बायोमेट्रिक उपस्थिति बनाने के दौरान पकड़े गए. फर्जी परीक्षार्थियों की धर -पकड़ के लिए दिल्ली की टेक्निकल टीम लगातार परीक्षा का निरीक्षण करती रही. बताते चले की सारण के 15 केंद्रों पर सीटेट की परीक्षा में कुल 10 हजार 993 परीक्षार्थियों को शामिल होना था.
हालांकि विभिन्न कारणों से दोनों पालियों की परीक्षा में कुल 1256 परीक्षार्थियों ने अपनी परीक्षा छोड़ दी. परीक्षा समाप्त होने के बाद परीक्षार्थियों ने बताया कि अधिकांश सवाल टीचिंग एप्टीट्यूड, भाषा और आईक्यू से संबंधित पूछे गए थे. एसेसमेंट फॉर लर्निंग, प्रारंभिक बाल्यावस्था और मध्य बाल्यावस्था में बच्चों की सोच कैसी होती है जैसे प्रश्न पूछे गए थे. बच्चों को पढ़ाने के तरीके से सबसे अधिक सीटेट में सवाल पूछे जाने की बात अधिकांश अभ्यर्थियों ने बताई.
सीटेट में पहली पाली में परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों नेअंग्रेजी के सवालों को कठिन बताया वहीं दूसरी पाली में अंग्रेजी और गणित के सवाल अभ्यर्थियों ने कठिन बताया. पेपर टू की परीक्षा देकर निकल रहे अभ्यर्थियों ने कहा कि माध्यमिक कक्षा में सीखने के लिए अधिगम, भाई-बहन के रिश्ते पर आधारित भी सवाल पूछे गए. पेपर टू में विज्ञान का सेक्शन भी कठिन था.